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तेज़ याद्दाश्त के लिए हैदराबाद के 21 महीने के बच्चे का नाम #World_record में हुआ दर्ज
हैदरबाद। बच्चों का दिमाग बहुत तेज होता है ये हमसब ने कई बार महसूस किया होगा। वो कोई भी नयी बात बड़ी आसानी से याद कर लेते या कुछ नया फटाफट सीख लेते हैं। लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जिनका दिमाग इतना तेज होता है कि वो बड़ी से बड़ी प्रॉब्लम को चुटकियों में सॉल्व कर लेते हैं और कुछ भी एक बार देख लें तो उसे भूलते भी नहीं है। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा ही बच्चा छाया हुआ है। जो सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। दरअसल, हैदराबाद के 21 महीने के आदिथ विश्वनाथ गौरीशेट्टी (Adith Vishwanath Gourishetty) का नाम उसकी तेज़ याद्दाश्त के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (World book of records) में शामिल किया गया है। उसने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और दो नैशनल रिकॉर्ड्स में भी अपना नाम दर्ज कराया।
बच्चे की मां ने खुद बताया- क्या करता है उनका बेटा
आदिथ रंगों, जानवरों, फलों और इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों की आकृतियों की पहचान झट से कर लेता है। इस उम्र में बच्चों के लिए यह याद रख पाना इतना आसान नहीं होता है। आदिथ हैदराबाद में ही रहता है और इस कामयाबी से उसका परिवार बहुत गर्व महसूस कर रहा है। अपने बेटे के बारे में बात करते हुए आदिथ की मां स्नेहिता (Snehitha) ने बताया कि उसकी इस योग्यता को अब बहुत बड़े स्तर पर पहचान मिल गई है। इस उम्र में जब बच्चे कविताएं और लोरी सीखते हैं, उस उम्र में आदिथ के लिए रंगों, जानवरों, फलों और इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों की आकृतियों की पहचान कर पाना बहुत आसान है। उन्होंने कहा कि आदित की क्षमताओं ने उसे न केवल स्थानीय रूप से पहचान दी है, बल्कि अब उसका नाम दूर-दूर तक फैल गया है। न केवल उसने वैश्विक मान्यता प्राप्त की है, बल्कि उसे प्रतिष्ठित ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ द्वारा प्रमाणित किया गया है।
शार्प मेमोरी की योग्यता के लिए सम्मानित किया गया
स्नेहिता ने कहा कि आदिथ देवताओं, कार के लोगो, रंगों, इंग्लिश एल्फाबेट्स, घरेलू जानवरों, जंगली जानवरों, शरीर के अंगों, झंडों, फलों, घरेलू उपकरणों को पहचानने में सक्षम है। उन्होंने एक वाकिये के बारे में बात करते हुए कहा कि आदिथ सिर्फ एक बार ही कुछ देखकर उसे याद रखता है। स्नेहिता ने कहा कि एक बार उन्होंने आदिथ को भारत का झंड़ा दिखाया था। इसके बाद टीवी पर पीएम नरेंद्र मोदी की स्पीच के दौरान उसने भारत के झंड़े को देखकर सैल्यूट किया। इस वाकये के बाद हमें लगा कि आदिथ के पास खास क्वालिटी है। इसके बाद आदिथ को हमने अलग-अलग देशों के राष्ट्रीय झंड़ों के बारे में बताया और हमने देखा कि वह हमेशा के लिए सब याद रखता है।
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वहीं, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने आदित को सम्मानित करते हुए कहा कि तेलंगाना के बच्चे आदिथ विश्वनाथन गौरीशेट्टी को वस्तुओं को पहचानने, देश के झंडे, कार लोगो, सचित्र वस्तुओं, और आकृति से वाहनों की पहचान करने समेत तमाम तरह की चीजों को याद रखने की उनकी शार्प मेमोरी की योग्यता के लिए सम्मानित किया जाता है।