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सुनैना जसवाल/ ऊना। खनन माफिया के कहर के कारनामों से पूरा देश वाकिफ हैं, लेकिन शांत कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में भी खनन माफिया पांव पसारता जा रहा है। हाल यह है कि खनन माफिया यहां पर जमकर चांदी कूट रहा है। अपने फायदे के लिए माफिया दिन के उजाले और रात के अंधेरे में स्वां नदी और पहाड़ों पर बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर खनन सामग्री उठा रहे हैं।
ऊना जिला की जीवनधारा कही जाने वाली स्वां नदी में खनन माफिया रात के अंधेरे में मशीनों से रेत उठाकर सड़कों किनारे बड़े-बड़े डंप लगा रहा है और सुबह होते ही इन डंपों से रेत की सप्लाई की जाती है। वहीं स्वां नदी में कई स्थानों पर बिना लीज के ही खनन कर सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है। जिला में पहाड़ों पर भी मशीनों से पत्थर निकालकर उन्हें क्रशरों तक पहुंचाया जा रहा है। जहां पर पत्थर से विभिन्न प्रकार की खनन सामग्री तैयार करके हिमाचल और पंजाब सहित अन्य राज्यों में इसकी सप्लाई की जाती है। गौरतलब है हिमाचल का ऊना जिला पंजाब से सटा है। इसकी सीमाएं करीब बीस जगहों से पंजाब से जुड़ी हुई हैं।
इनमे से ज़्यादातर जगहों पर बेहद कम सुरक्षा है, खनन माफिया इसी बात का फायदा खनन सामग्री उठाने के लिए करते हैं। ऊना जिला को बाढ़ से बचाने के लिए करोड़ो रुपया खर्च करके स्वां नदी सहित जिला की प्रमुख खड्डों और नालों का तटीकरण किया गया है लेकिन खनन माफिया ने इन तटबंधों को भी जगह-जगह से तोड़कर इनके ऊपर से अवैध रास्ते बना लिए है ताकि यह लोग स्वां नदी में आसानी से घुसकर अपने गोरखधंधे को अंजाम दे सकें। खनन माफिया की हरकतों से परेशान लोग कई बार आवाज उठाते है लेकिन उनकी आवाज दबकर रह जाती है। स्थानीय लोगों की माने तो सरकार और विभाग को खनन माफिया पर लगाम कसनी चाहिए ताकि स्वां नदी को बचाया जा सके।
वहीं इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में भी तलवारें खिंच गयी हैं। पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान विपक्ष में रहते हुए बीजेपी ने खनन को लेकर तत्कालीन कांग्रेस को जमकर घेरा था वहीं सत्ता बदलते ही इस मुद्दे को कांग्रेस ने हाथों हाथ उठा लिया है और अब कांग्रेस बीजेपी सरकार पर खनन को संरक्षण दने के आरोप जड़ रही है। नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि उनकी सरकार में खनन का शोर मचाने वाले आज खुद खनन के सरगना बन गए है। मुकेश ने कहा कि बिना लीज के खनन किया जा रहा है और जगह-जगह डंप लगाए जा रहे है, लेकिन इस पर कोई भी रोक नहीं लगा रहा है।
बीजेपी ऊना जिला में खनन माफिया के सक्रिय होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार मानती है। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि जयराम सरकार हर तरह के माफिया के खिलाफ है। सत्ती ने कहा कि बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद खनन पर कड़ा प्रहार किया है और इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को भी खुले हाथ दिए गए है। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में ऊना जिला में खनन की धड़ाधड़ अनुमतियां दी गई, जिसे कानून से नहीं रोका जा सकता है लेकिन जहां- जहां अवैध खनन की शिकायतें मिलती है वहां पर विभाग और अधिकारी कार्रवाई कर रहे है। सत्ती ने कहा कि प्रदेश सरकार खनन के खिलाफ पूरी तरह से सख्ती से कार्रवाई में जुटी है।
वहीं बीजेपी अध्यक्ष ने यह भी माना कि कहीं कमियां अवश्य चल रही है लेकिन ध्यान में आते ही उन कमियों को दूर किया जा रहा है। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के समय में खनन माफिया इतना मजबूत हो गया है कि उस पर नकेल लगाने में समय लग रहा है। सत्ती ने कहा कि खनन माफिया के खिलाफ पुलिस सहित अन्य विभाग निष्पक्षता से कार्रवाई कर रहे है और आने वाले समय में भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।
वैसे तो खनन पर कार्रवाई के लिए 22 विभागों को अधिकृत किया गया है लेकिन इनमें से सिर्फ पुलिस और खनन विभाग ही कभी कभी सक्रिय दिखाई देता है जबकि अन्य 20 विभाग तो मानों कुंभकर्णी नींद में ही सोए हुए है। वहीं खनन विभाग द्वारा जिला ऊना में 85 खनन पट्टे स्वीकृत किए गए है जोकि हिमाचल प्रदेश में किसी जिला में सबसे अधिक पट्टे है। जिला पुलिस खनन के प्रति गंभीर होने का दावा करते हुए वर्ष 2018 में खनन के 310 चालान करके करीब 29 लाख रुपये जुर्माना वसूलने की बात कर रही है। एएसपी ऊना विनोद धीमान ने कहा कि इन 6 महीनों में भी पुलिस ने खनन के 100 चालान करके करीब साढ़े 5 लाख रुपये जुर्माना वसूला है। एएसपी ऊना ने कहा कि पुलिस खनन के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है और आने वाले समय भी यह अभियान जारी रहेगा।
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