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तो ये था भारत बंद
Last Updated on December 8, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के हल्लाबोल में भारत बंद( Bharat Band) का असर आज पूरे देश पर व्यापक स्तर पर देखा गया। विपक्षी पार्टियों ने किसान आंदोलन(Farmer Protest) के सर्मथन में कई राज्यों में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कई जगह रेल यातायात बाधित करने और चक्का जाम करने की कोशिश की गई। कई जगह सड़कें बद कर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वहीं, कई राज्यों में भारत बंद का खासा असर देखने को नहीं मिला। बात अगर हिमाचल प्रदेश की करें तो यहां बाजार पर भारत बंद का असर न के बराबर दिखा। बंद के दौरान दुकानें व सभी व्यापारिक संस्थान खुले रहे और वाहनों की आवाजाही भी जारी रही। हालांकि ज्यादातर जिलों में कांग्रेस और सीटू ने किसानों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की।.राजधानी शिमला में सीटू के साथ कांग्रेस ने भी मोदी सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला। विक्ट्री टनल के पास सीटू ने जाम लगाया और काफी देरकर यातायात बाधित रहा। वहीं कांग्रेस ने भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने नेतृत्व में सड़क पर नारेबाजी की। वहीं, कांगड़ा, हमीरपुर, सोलन, बिलासपुर, ऊना, कुल्लू में भी विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी(BJP) सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जैसा कि माना जा रहा था, भारत बंद का सबसे ज्यादा असर हरियाणा और पंजाब में देखने को मिला। पंजाब में बाजार पूरी तरह से बंद रहे। सड़कों पर वाहन न के बराबर दिखे और शहरों में कर्फ्यू(Curfew) जैसे हालात लग रहे थे। पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में लेफ्ट पार्टियों(Left parties) के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोक दी। वहीं, राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारत बंद के दौरान बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं (BJP-Congress Workers Clash) में भिड़ंत हो गई। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हाथापाई भी हुई। अब देखना ये है कि करीब दो हफ्ते से कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए घरों से निकले किसानों की गुहार पर सरकार कब पिघलती है।