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आज भारद्वाज प्रस्ताव लाए और अग्निहोत्री सस्पेंड हुए, 2016 में ठीक उल्टा हुआ था-पढ़ें ये रिपोर्ट
Last Updated on February 26, 2021 by Deepak
शिमला। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र (Himachal Vidhansabha Budget Session) में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद जो कुछ हुआ वो पूरे हिमाचल की जनता ने देखा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण का विरोध करने का मामला धक्का-मुक्की तक जा पहुंचा। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने कांग्रेस के पांच विधायकों को सत्र से निलंबित करने का प्रस्ताव लाया और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri), हर्षवर्धन चौहान, विनय कुमार, सुंदर सिंह और सतपाल रायजादा को सस्पेंड (MLA Suspended) कर दिया गया। हिमाचल के इतिहास में इससे पहले भी तीन विधायक सत्र से सस्पेंड हो चुके हैं।
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खास बात यह है कि मौजूदा संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने कांग्रेस के पांच विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव दिया वो खुद भी सत्र से निलंबित किए जा चुके हैं। इस भी एक और रोचक तथ्य यह है कि उस समय विधानसभा सत्र में निलंबन का प्रस्ताव आज सस्पेंड होने वाले तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री( Mukesh Agnihotri) लाए थे। दरअसल 2016 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के धर्मशाला में शीत सत्र चल रहा था। शीत सत्र के तीसरे दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनातनी हुई थी।
सदन की बैठक में विपक्ष के शोर-शराबे के बीच बाद स्पीकर ने बैठक स्थगित करने का ऐलान किया। इसके बाद सदस दोबारा शुरू हुआ तो उस समय के विधानसभा स्पीकर बृज बिहारी लाल बुटेल के पहुंचने से पहले ही बीजेपी के तत्कालीन मुख्य सचेतक सुरेश भारद्वाज विधानसभा स्पीकर की सीट पर खुद ही बैठ गए। इसके बाद सुरेश भारद्वाज ने सीट पर बैठते ही बोले हाउस इज एडजर्न्ड फॉर दि डे। इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी के ज्यादातर विधायक भी सदन में पहुंच चुके थे। यह कहने के बाद सुरेश भारद्वाज अपनी पार्टी के विधायकों की तरफ गए।
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इसके बाद तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने अध्यक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि इससे बड़ा लोकतंत्र का मजाक क्या हो सकता है। आसन पर बैठकर सुरेश भारद्वाज कहते हैं कि हाउस इज एडजर्न्ड फॉर दि डे। इस मामले में तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बीजेपी के तीन विधायकों के निलंबल का प्रस्ताव लाया। इसके बाद सदन में विपक्ष की गैर मौजूदगी में सत्ता पक्ष ने बीजेपी के तीन विधायकों सुरेश भारद्वाज, राजीव बिंदल और रणधीर शर्मा को निलंबित करने का प्रस्तावित पारित कर दिया था।
आज भी जब कांग्रेस के विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव लाया गया तब और इसे पारित किया गया तब भी विधानसभा में विपक्ष का कोई विधायक नहीं था और 2016 में कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव लाया और पारित किया था तब भी विपक्ष का कोई विधायक मौजूद नहीं था।
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