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लॉकडाउन में घर की याद आई तो 18 साल बाद लौटे गांव, ना मां जिंदा मिली ना बीवी
Last Updated on May 23, 2020 by
गोरखपुर। लॉकडाउन के बड़े-बड़ों के रास्ते बदल दिए, उन्हीं में से एक है महंगी प्रसाद। ये शख्स 18 साल पहले पत्नी से नाराज होकर घर छोड़कर चले गए थे। उसके बाद कभी घर की तरफ मुड़कर नहीं देखा। इनका घर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur in Uttar Pradesh) से सटे एक गांव कैथवलिया में पड़ता है। जब कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच लॉकडाउन लगा तो इन्हें भी घर की याद आई, निकल पड़े घर की तरफ। लेकिन घर पहुंचकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि अब ना ही तो उनकी मां है ना ही बीवी, दोनों का देहांत हो चुका है।
40 साल की उम्र में छोड दिया था घर
महंगी प्रसाद की कहानी भी बड़ी अजीबो-गरीब है। जब वह 18 साल पहले घर से नाराज होकर चले गए तो मां व बीवी ने बहुत ढूंढा, पर कुछ पता नहीं चला तो उन्हें मत समझकर उन्होंने अपने जीवन की गाड़ी को आगे बढाना शुरू किया। उस वक्त महंगी राम की उम्र 40 वर्ष थी,जब वह घर छोड़कर चले गए थे, उनकी तीन बेटियां भी थी।
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महंगी प्रसाद घर छोड़कर मुंबई (Mumbai) पहुंच गए, लौटकर कभी घर की खैर-खबर नहीं ली। वहां कई छोटे-छोटे काम किए बाद में एक छोटी सी फैक्ट्री में वॉचमैन की नौकरी कर ली।
ट्रक में सवार होकर गोरखपुर पहुंचे
कोरोना संकट के बीच फैक्ट्री भी संकट में आ गई। लॉकडाउन (Lockdown) में काम धंधा ठप हो गया तब कुछ दिन भूखे रहने के बाद महंगी प्रसाद को घर की याद आने लगी। अंततः वह एक ट्रक में सवार होकर गोरखपुर पहुंचे और फिर आगे पैदल ही घर पहुंच गए। जब वह घर पहुंचे तो सबसे पहले मां व बीवी को ढूंढा, लेकिन उन्हें बताया गया कि दोनों की मौत हो चुकी है। महंगी प्रसाद को बड़ा झटका लगा, उन्होंने तय किया कि वह अब गांव में ही रहकर आगे की जिंदगी किसी तरह बसर करेंगे। घर पर उनकी एक बेटी व दामाद रहते हैं। वह अपने पिता-ससुर को देखकर बहुत खुश हैं।