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सीएम जयराम के सामने थप्पड़ मामले में आईपीएस गौरव की बढ़ सकती हैं मुश्किलें!
Last Updated on July 13, 2021 by Sintu Kumar
हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur)के सामने कुल्लू (Kullu) में हुए थप्पड़ प्रकरण में आईपीएस गौरव सिंह (IPS Gaurav Singh) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यही नहीं, सीएम जयराम के तत्कालीन पीएसओ बलवंत सिंह पर भी कार्रवाई का दबाव बढ सकता है। इस सबके बीच हिमाचल सरकार ने केंद्र को इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी है। गृह विभाग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) को आईपीएस गौरव सिंह के निलंबन की जानकारी भेजी है। अगर गृह मंत्रालय निलंबन को कन्फर्म करता है तो इससे आईपीएस गौरव सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बताया जाता है कि निलंबित किए जाने के बाद सरकार को 45 दिन के भीतर आरोपी अफसर को चार्जशीट देनी होती है। इस अवधि में चार्जशीट ना करने पर निलंबन वापस हो जाता है। नियमों के अनुसार अगर प्रदेश सरकार, केंद्र को जानकारी भेजती है और गृह मंत्रालय निलंबन को कन्फर्म करता है तो इस मियाद के बाद भी आरोपी अधिकारी ना सिर्फ निलंबित रह सकता है बल्कि सरकार पर भी 45 दिन में चार्जशीट देने की बाध्यता नहीं रहती।
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अब इस मामले में प्रदेश सरकार के स्तर पर यह पेच फंसा है कि अगर आईपीएस गौरव सिंह का निलंबन जारी रहता है तो सीएम जयराम ठाकुर के तत्कालीन पीएसओ बलवंत सिंह (than PSO Balwant Singh) पर अफसर को लात मारने के आरोप पर भी कार्रवाई करने का दबाव बढ़ जाएगा। फिलहाल सरकार ने कागजी कार्रवाई के तौर पर गौरव के निलंबन की जानकारी केंद्र को भेज दी है। याद रहे कि कुल्लू में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) के दौरे के दौरान तत्कालीन एसपी गौरव सिंह ने एडिशनल एसपी सीएम सुरक्षा बृजेश सूद (Additional SP CM Security Brijesh Sood) को थप्पड़ (Slapped) मार दिया था। जवाब में सीएम के तत्कालीन पीएसओ बलवंत सिंह ने आईपीएस गौरव सिंह को लातें मारी थीं। इस घटनाक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने गौरव और बलवंत को (Suspend) निलंबित कर दिया है। जबकि बृजेश सूद को पुनः सीएम की सुरक्षा में तैनात कर दिया गया है।