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नए साल में घर में जूते -चप्पल रखने की जगह को बदल लें, सही रहेगा
Last Updated on December 30, 2020 by Sintu Kumar
आजकल लोग वास्तु व फेंगशुई को काफी मानने लगे हैं। इसीलिए आजकल तो घर व फ्लैट भी वास्तु अनुसार ही बनाए जा रहे हैं। लोग घरों में छोटी- छोटी चीजें रखने में वा्तु का खास ख्याल रखते हैं। जिन लोगों के घर बन चुके हैं वे रसोई , पूजाघर, बैडरूम, ड्राइंग रूम में भी वास्तु के अनुसार कुछ न कुछ बदलाव जरूर करते हैं। आज बात करते हैं जूते चप्पल रखने की जगह की। अक्सर कई लोग अपने जूते चप्पल घर की देहरी पर ही उतार देते हैं या फिर घर के अंदर तक लेकर चले जाते हैं। ऐसा करना न केवल वास्तु के हिसाब से गलत है। घर जितना शुद्ध रहेगा उतना ही घर में लक्ष्मी का वास बना रहेगा। इसीलिए जहां तक हो सके घर को शुद्ध रखने के उपाय ही करना चाहिए। आइये यहां जानते हैं जूते-चप्पल के बारे में वास्तु शास्त्र क्या कुछ कहता है
– वास्तु के अनुसार जो जूते चप्पल उपयोग के न हों उन्हें घर में ना रखें उन्हें किसी गरीब को दे दें। पुराने जूते चप्पल रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और आपके घर से समस्याएं जाने का नाम ही नहीं लेती। पुराने जूते चप्पल घर से निकालने पर शनि देव का प्रकोप भी कम होता है ।
– हमें यह जानना चाहिए कि परिवार के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि घर में पूरी तरह साफ-सफाई रहे, गंदगी न हो, धूल-मिट्टी भी न हो। गंदगी के कारण हमारे स्वास्थ्य को तो नुकसान होता ही है साथ ही इससे हमारी आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
– सबसे पहले तो आपको यहां यह जानना चाहिए कि हमारे दैनिक उपयोग में आने वाले जूते-चप्पल को एक व्यवस्थित ढंग से, उचित स्थान पर हमेशा पश्चिम की ओर ही रखना चाहिए।
– घर में जूते रखने के लिए एक स्थान रखें जहां पर परिवार के सभी सदस्य सलीके से अपने जूते पहनें और उतारें। जिन लोगों के घर में जूते इधर-उधर बिखरे रहते हैं, वहां शनि की अशुभता का प्रभाव रहता है।
– वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस घर में गंदगी रहती है वहां कई प्रकार की आर्थिक हानि होती हैं और हमेशा पैसों की तंगी बनी रहती है।
– काफी लोग घर में जूते-चप्पल पहनते हैं जबकि शास्त्रों के अनुसार घर में नंगे पैर ही रहना चाहिए क्योंकि घर में कई स्थान देवी-देवताओं से संबंधित होते हैं उनके आसपास जूते-चप्पल लेकर जाना शुभ नहीं माना जाता।
– यदि घर की देहरी पर जूते चप्पल रखे जाते हैं तो न केवल घर का वातावरण अशुद्ध रहेगा बल्कि ऐसे घर में लक्ष्मी का आगमन भी नहीं होगा। ऐसे लोगों को आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ सकता है।
-जूते चप्पल के लिये आप अपने घर की देहरी के थोड़ी दूर या आंगन में शू रैक रख सकते हैं। मान्यता है कि देहरी को जितना पवित्र रखा जायेगा उतनी ही घर में बरकत होने के साथ लक्ष्मी का आगमन भी बना रहेगा।
– जूते-चप्पलों को घर के बाहर या घर के अंदर ऐसे स्थान पर रखना चाहिए जहां से गंदगी पूरे घर में न फैले। घर के बाहर भी जूते-चप्पलों को व्यवस्थित ढंग से ही रखा जाना चाहिए।
– बेतरतीब रखे गए जूते-चप्पल वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं। अत: इससे बचना चाहिए। यदि घर में चप्पल पहनना ही पड़े तो घर के अंदर की चप्पल दूसरी रखें, जिसे बाहर पहनकर न जाएं।
– सीढ़ी के नीचे जूते-चप्पल एवं घर का बेकार सामान नहीं रखें। वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि कभी भी गिफ्ट में मिले हुए जूतों को नहीं पहनना चाहिए। गिफ्ट में मिले जूतों को पहनने से करियर पर गलत असर पड़ता है।
– कभी-कभी पैसे ना होने के कारण कई लोग फटे हुए जूते ही पहनकर बाहर चले जाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार फटे हुए जूते पहनकर बाहर जाने से करियर में मिल रही सफलता असफलता में बदल जाती है।
– कभी भी शनिवार को जूते चप्पल नहीं खरीदने चाहिये। शनि खराब चल रहा है तो शनिवार को शनि मंदिर में जूते चप्पल किसी जरूरतमंद को दान करें।