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नई दिल्ली। शराब की वजह से देश भर में होने वाले गुनाहों की संख्या सबसे ज्यादा है। एक तो यह शराब लोगों को नशे के आगोश में ले जाती है, जहां पर वह अपना आपा खो देते हैं। वहीं दूसरी तरफ यही शराब पारिवारिक कलह का भी कारण बनती है। इसी शराब (alcohol) को अपने समाज से बाहर करने के लिए उत्तराखंड (Uttarakhand) के एक पहाड़ी गांव (Hill village) ने एक अनूठी पहल की है। बग्वालीपोखर क्षेत्र के अंतर्गत बासुलीसेरा के ग्रामीणों ने शादी (Wedding ceremony) के समय मेहमानों को शराब परोसने वाले परिवारों (families) का सामाजिक बहिष्कार (social boycott) करने का निर्णय लिया है।
गांव के नवयुवक मंगल दल, महिला मंगल दल, नई उमंग संस्था सहित तमाम ग्रामीणों की संयुक्त बैठक में तय हुआ कि विवाह समारोह और अन्य सार्वजनिक कार्यों में जो भी व्यक्ति नशा परोसेगा तो सामाजिक बहिष्कार के अलावा उसे पांच हजार रुपए का जुर्माना भी भुगतना होगा। गौरतलब है कि इन दिनों शादी ब्याह सहित अन्य कार्यक्रमों में इन दिनों शराब का चलन बढ़ गया है। बग्वालीपोखर क्षेत्र के बासुलीसेरा के ग्रामीणों ने शराब से निजात पाने के लिए एकजुटता दिखाई है। ग्रामीणों के इस पहल की हर तरफ तारीफ हो रही है। नई उमंग संस्था, नवयुवक मंगल दल, महिला मंगल दल सहित तमाम ग्रामीणों की संयुक्त बैठक में तय हुआ कि गांव में होने वाले शादी सहित अन्य आयोजनों में सभी संगठन कड़ी निगाह रखेंगे।
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