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किसानों को राहत, 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदेगा FCI
Last Updated on April 26, 2020 by Vishal Rana
ऊना। जिला के किसानों को अपनी गेहूं बेचने के लिए अब किसी अन्य राज्य में जाने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना के चलते जिला ऊना में लगाए गए कर्फ्यू (Curfew)के बीच किसान एफसीआई (FCI) को अपना गेहूं बेच सकते हैं। एफसीआई जलग्रां के बाद अब हरोली उपमंडल के तहत कांगड़ के एफसीआई गोदाम में भी किसानों को गेहूं बेचने की सुविधा शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार तथा एपीएमसी ऊना अध्यक्ष बलबीर सिंह बग्गा ने कांगड़ में इस सुविधा का शुभारंभ किया। प्रो. राम कुमार ने कहा कि एफसीआई जिला के किसानों की गेहूं 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीद करेगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय किसान कांगड़ में इस सुविधा को शुरू करने की मांग कर रहे थे, जो आज पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि जिलाधीश ऊना संदीप कुमार के माध्यम से इस विषय को एफसीआई के उच्च अधिकारियों के साथ उठाया गया और हरोली उप मंडल के लिए यह सुविधा शुरू हो गई।
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प्रो. राम कुमार ने कहा कि कांगड़ में गेहूं की बिक्री के लिए आने वाले किसान अपने साथ किसान पास बुक, आधार नंबर तथा बैंक खाते की प्रतिलिपी साथ लाएं। यहां गेहूं की खरीद के दो दिन बाद धनराशि किसान के खाते में डाल दी जाएगी। अगर किसी को कोई समस्या आती है तो वह भारतीय खाद्य निगम के प्रभारी अजय कुमार के दूरभाष नंबर 98826-83968 पर संपर्क कर सकते हैं। इस अवसर पर उपस्थित एपीएससी अध्यक्ष बलबीर सिंह बग्गा ने कहा कि जिला ऊना में 29 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की खेती की जाती है और इस बार 54 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन होने का अनुमान है। कोरोना व कर्फ्यू के चलते किसान दुविधा में थे कि वह अपनी मेहनत को किस तरह से निकाल पाएंगे, लेकिन प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन ऊना ने किसानों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान की हैं। किसानों को ना तो कटाई में किसी तरह की दिक्कत आ रही है और ना ही अब गेहूं बेचने में कोई समस्या आएगी।