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India-China LAC Dispute: सैनिकों की झड़प पर बोला विदेश मंत्रालय- चीन ने की उकसावे की कार्रवाई
Last Updated on June 16, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद (India-China LAC Dispute) के मध्य दोनों देशों के बीच हुई हिंसक झड़प पर भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान सामने आ गया है। विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि भारत ने हमेशा LAC का सम्मान किया और चीन को भी ऐसा करना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि LAC पर कल जो हुआ उससे बचा जा सकता था। दोनों देशों को नुकसान उठाना पड़ा है। विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है। 6 जून को सीनियरों कमांडरों की अच्छी बैठक हुई। इसके बाद ग्राउंड कमांडरों के बीच कई बैठकें हुईं।
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शांति और बातचीत के माध्यम से मतभेदों के समाधान चाहता है भारत
उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद थी कि सबकुछ अच्छे से होगा। चीनी पक्ष गलवान वैली में LAC का सम्मान करते हुए पीछे चला गया, लेकिन चीन के द्वारा स्थिति बदलने की एकतरफा कोशिश करने पर 15 जून को एक हिंसक झड़प हो गई। इसमें दोनों पक्षों के लोगों की मौत हुई है, इससे बचा जा सकता था। प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने आगे कहा कि सीमा प्रबंधन को लेकर भारत का जिम्मेदार रवैया है। भारत सारे काम LAC में अपनी सीमा के अंदर ही करता है। चीन से भी ऐसी उम्मीद हम रखते हैं। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए इस बयान में आगे कहा गया कि भारत सीमा क्षेत्रों में शांति और बातचीत के माध्यम से मतभेदों के समाधान चाहता है।
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चीन ने भी स्वीकार कि उसके सैनिकों ने भी गंवाई है जान
भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा कि लद्दाख की गलवान घाटी में तनाव कम करने की प्रक्रिया के दौरान भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हिंसक भिड़ंत हो गई, जिसमें एक अफसर और दो सैनिक शहीद हो गए। सेना ने कहा कि स्थिति को काबू में लाने के लिए घटनास्थल पर दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों में बातचीत जारी है। चीन ने मान लिया है कि सोमवार (15 जून) रात वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के दौरान उसके भी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि उसके कितने सैनिक हताहत हुए हैं, इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के हवाले से चीन की सेना (पीएलए) का यह बयान जारी हुआ है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में चीन के 4 से 5 सैनिकों की जान जाने का दावा किया जा रहा है।