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भारत की हवाई किलेबंदी हुई पूरी, रूस से S-400 मिसाइल डील पर दस्तखत
Update: Friday, October 5, 2018 @ 7:43 PM
नई दिल्ली। चीन और पाकिस्तान की मिसाइलों और लड़ाकू विमानों के मुकाबले भारत की हवाई किलेबंदी शुक्रवार को पूरी हो गई। भारत ने रूस से S-400 ट्रायंफ मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील पर दस्तखत कर दिए। इस डील से भारत 300 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन के विमान, मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम हो गया है।

भारत ने S-400 ट्रायंफ मिसाइल मिसाइल के 5 सेट खरीदे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हैदराबाद हाउस में हुई द्विपक्षीय शिखर वार्ता वार्ता के बाद डील पर हस्ताक्षर किए गए। इस मिसाइल डील की अहमियत इसी बात से समझ आती है कि अमेरिका भी इससे घबराया हुआ है। रूसी मिसाल अमेरिका की थाड मिसाइलों को हर मायने में पटक देती है।
- थाड के मुकाबले क्यों खतरनाक है एस-400
- S-400 300 किलोमीटर की रेंज तक मार कर सकता है। इसे दागने के बाद यह खुद निशाना बना लेता है।
- थाड जहां 3 हजार मीटर प्रति सेकेंड की गति से आते खतरों को भेद सकता है, वहीं S-400 4,800 मीटर प्रति सेकेंड से मार सकता है।
- S-400 ट्रायंफ मिसाइल एक साथ 100 हवाई खतरों को भांप सकता है।
- अमेरिका के एफ-35 जैसे 6 लड़ाकू विमानों को एक साथ मार गिरा सकता है।

- S-400 लगभग 400 किमी के दायरे में किसी भी विमान, मिसाइल और ड्रोन को नष्ट कर सकता है।
- यह एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है।
- S-400 के जरिए एक साथ तीन मिसाइल छोड़ी जा सकती है।
- S-400 एक साथ 36 जगहों पर निशाना लगा सकता है।
- यह बैलिस्टिक और क्रूज दोनों मिसाइलों को बीच में ही नष्ट कर सकता है।
- S-400 को पांच से 10 मिनट के भीतर तैनात किया जा सकता है।