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नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख सीमा पर चीन (China) के साथ तनाव के बीच भारत अपनी रक्षा ताकत का नमूना पेश करते हुए शनिवार को ओडिशा के बालासोर में भारत (India) ने परमाणु क्षमता वाली शौर्य मिसाइल (Shaurya missile) के नए वर्जन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। जमीन से जमीन पर मार करने वाला यह बैलेस्टिक मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है। यह मिसाइल 800 किलोमीटर दूर तक टारगेट को तबाह कर सकता है। यह मिसाइल हल्की है और संचालित करने में बेहद आसान है। यह अपने साथ न्यूक्लियर पेलोड ले जा सकती है।
India set to launch hypersonic nuclear-capable #Shauryamissile Today
The indigenously built hypersonic nuclear-capable missile Shaurya from a defense facility off Odisha coast.
2010 Shaurya Missile Launch Visual@DefenceMinIndia pic.twitter.com/5AvuimdBB6— Siddhant Anand (@JournoSiddhant) October 3, 2020
सूत्रों ने यह भी बताया कि टारगेट की ओर बढ़ते हुए अमितम चरण में यह हाइपरसोनिक स्पीड हासिल कर लेता है। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से इस साल घोषणा के बाद डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) स्ट्रैटिजिक मिसाइल के फील्ड में देश को पूर्ण रूप से आत्मनिर्मर बनाने के प्रयास में है। गौरतलब है कि चीन के साथ तनाव के बीच, भारत ने हाल के दिनों में कई मिसाइलों और डिफेंस सिस्टम्स का टेस्ट किया है। इससे पहले बुधवार को डीआरडीओ ने जमीन से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। यह सुपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज गति से अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखता है। घनी आबादी में भी छोटे लक्ष्यों को सटीक भेदने में यह मिसाइल माहिर है। ब्रह्मोस का पहला परीक्षण 12 जून, 2001 को आइटीआर चांदीपुर से ही किया गया था।
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