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नई दिल्ली। चीन (China) के साथ सीमा पर तनाव के बीच भारत (India) ने 2,290 करोड़ रुपए के हथियारों के सौदों को मंजूरी दी है। इनमें अमेरिका से 72 हजार असॉल्ट राइफलों (assault rifles) की खरीद भी शामिल है। असॉल्ट राइफल्स के लिए कुल 780 करोड़ रुपए अमेरिकी कंपनी को दिए जाएंगे। भारत-चीन के बीच पिछले कई महीनों से जारी तनाव को देखते हुए ये डील अहम मानी जा रही है। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई रक्षा अधिग्रहण काउंसिल की बैठक में ये फैसला लिया गया और डील को मंजूरी दी गई। ये असॉल्ट राइफल काफी ज्यादा आधुनिक हैं। जिनकी रेंज करीब 500 मीटर तक की है।
7.62×51 mm कैलिबर के इन राइफलों से दुश्मन को 500 मीटर की दूरी से ही ढेर किया जा सकता है। नए असॉल्ट राइफल 5.56 mm INSAS राइफल्स को रिप्लेस करेंगे, जो 22 साल पहले सेना को दिए गए थे। इंसास को ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड ने बनाया था। सिग सॉर आधुनिक असॉल्ट राइफल हैं। इसका 16 इंच का बैरल है और कैलिबर 7.22 एमएम है। जबकि इंसास का कैलिबर 5.56 एमएम है। इंसास राइफल ऑटोमेटेड नहीं है जबकि सिग सॉर ऑटोमेटेड है। सिग सॉर का निशाना भी ज्यादा सटीक है। इंसास को रिप्लेस करने के लिए सिग सॉर के अलावा एके-203 राइफल भी आर्मी को मिलेंगी। इन्हें रूस के साथ मिलकर अमेठी की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बनाया जाना है।
इससे पहले सेना ने अक्टूबर, 2017 में करीब 7 लाख राइफल, 44,000 हल्की मशीन गन (एलएमजी) और करीब 44,600 कार्बाइन खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी। दुनिया की सबसे बड़ी थल सेना, पाकिस्तान और चीन से लगी देश की सीमाओं पर पैदा होती सुरक्षा चुनौतियों पर विचार करते हुए अनेक शस्त्र प्रणालियों की खरीद की प्रक्रिया तेज करने पर जोर दे रही है।
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