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India vs Australia : धर्मशाला। बॉर्डर गावस्कर सीरीज के चौथे टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम ने धीमी मगर सधी हुई शुरुआत की। भारतीय खिलाड़ी लंच तक ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले रन बनाने में काफी पीछे रहे, लेकिन राहत की बात यह रही कि भारत ने सिर्फ एक ही विकेट खोया है। शनिवार को ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक 31 ओवर में एक विकेट खोकर 131 रन बनाए थे। भारतीय टीम ने पहले सत्र में 28 ओवर में एक विकेट खोकर 64 रन बना लिए हैं।
भारत का एकमात्र विकेट मुरली विजय के रूप में गिरा है। मुरली विजय पारी के 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर जोश हेजलवुड का शिकार बने। मुरली विजय ने 35 गेंदों में 11 रन बनाए। इसके बाद मैदान पर उतरे चेतेश्वर पुजारा ने केएल राहुल के साथ सम्भलकर बल्लेबाजी की और लंच तक कोई विकेट मेहमान टीम को नहीं दिया। दोनों के बीच लंच तक 43 रनों की साझेदारी हो चुकी है। शनिवार को एक ओवर खेल की पारी को आगे बढ़ाते हुए विजय और राहुल ने पारी के दूसरे ओवर में टीम के साथ अपना भी खाता खोला। जब टीम का स्कोर 21 रन था तो विजय आउट हो गए।
ऑस्ट्रेलियाई टीम सुबह के सत्र में धर्मशाला की पिच से बाउंस के साथ स्विंग की भी उम्मीद कर रही थी। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट्रिक कम्मिन्स और जोश हेजलवुड को सुबह बाउंस तो खूब मिला, लेकिन जिस स्विंग की उन्हें तलाश थी वह नहीं मिली। यही कारण रहा कि पारी के आठवें ओवर में ही स्टीवन स्मिथ अपने स्पिनर नाथन ल्योन को गेंदबाजी करने के लिए लाए, लेकिन ल्योन को भी कोई खास टर्न नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलिया के दूसरे स्पिनर स्टीव ओकिफी को पारी के 28वें ओवर में गेंद सौंपी गयी। लंच तक हुए खेल में राहुल और पुजारा ने काफी संभलकर बल्लेबाजी की है। अब देखना यह है कि लंच के बाद भारतीय बल्लेबाज क्या रणनीति अपनाते हैं। वहीं, दूसरी ओर विकेट नहीं मिलने की हताशा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ के चेहरे से साफ़ झलक रही थी और यह देखना भी दिलचस्प रहेगा कि लंच के बाद उनकी टीम की रणनीति क्या रहेगी।
धर्मशाला। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे चौथे और निर्णायक टेस्ट मैच में आज भारत अपनी पहली पारी को आगे बढ़ाएगा। शनिवार को भारतीय टीम ने एक ओवर खेला था और इस ओवर में कोई रन नहीं बना था। आज सुबह का सत्र भारतीय टीम के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज उछाल भरी पिच देखकर उत्साहित हैं। कल जोश हेजलवुड ने एक ही ओवर फेंका था, लेकिन उस एक ओवर में जो उछाल मिला था उसे देखकर ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक नई उम्मीद जगी है।
सुबह की नमी और सर्द परिस्थितियों का, मेहमान टीम के गेंदबाज पूरा लाभ उठाना चाहेंगे। मैच को अपने पक्ष में करना है तो भारतीय टीम को एक मजबूत शुरुआत की दरकार रहेगी। टीम के लिए ओपनिंग करने वाले केएल राहुल और मुरली विजय पर सबसे ज्यादा दारोमदार रहेगा, कि वह उछाल और स्विंग को किस तरह संभालते हैं। निश्चित तौर पर भारतीय बल्लेबाजों पर विकेट न गंवाते हुए तेजी से रन बनाने का दबाव होगा। भारत कम विकेट खोकर तेजी से रन बनाता है तो आज का खेल खत्म होने तक दबाव पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया पर आ जाएगा। कोहली की गैरमौजूदगी का कोई खास फर्क नहीं होगा और यह बात खुद कोहली भी कह चुके हैं।
कोहली ने कहा था कि उन्होंने इस सीरीज में कुछ ख़ास नहीं किया है इसलिए उनके होने या न होने से कोई ख़ास फर्क टीम पर नहीं पड़ेगा क्योंकि अन्य खिलाड़ी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। कोहली के मैच से बाहर होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि किसी बल्लेबाज को टीम में शामिल किया जाएगा। इसके विपरीत टीम प्रबंधन ने कुलदीप यादव को, यानी एक गेंदबाज को शामिल करके सबको अचंभित कर दिया। खैर, कुलदीप यादव ने अपनी उपयोगिता साबित कर दी है। अब मैच की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि गेंदबाजों ने अपना काम कर दिया है और अब मैच किस दिशा में लेकर जाना है यह बल्लेबाजों की जिम्मेदारी है।
शनिवार को मैच के पहले दिन कम ही सही पर टेस्ट मैच के लिहाज से काफी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। रविवार को दर्शकों की संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद है। एचपीसीए भी इस बात को लेकर आशान्वित है कि रविवार को दर्शकों की संख्या में इजाफा होगा।
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