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मध्यप्रदेश के मुरैना में बड़ा विमान हादसा: वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज 2000 क्रैश
मध्य प्रदेश में बड़ी हवाई दुर्घटना हुई है। जिसमें भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के दो लड़ाकू विमान सुखोई-30 (Sukhoi-30) और मिराज 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गए। सूचना मिलते ही मौके पर राहत बचाव दल पहुंच गया। बताया जा रहा है कि दोनों फाइटर विमान (Fighter Aircraft) अभ्यास कर रहे थेए तभी ये हादसा हो गया। वायुसेना के अनुसार प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि दोनों विमान आपस में टकरा गए।
रक्षा सूत्रों के मुताबिकए दोनों विमानों ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी, जहां अभ्यास चल रहा था। रक्षा सूत्रों के मुताबिक मुरैना (Morena) विमान हादसे में दो पायलट गंभीर तौर पर घायल हैं। वहीं एक पायलट शहीद हो गया है। सुरक्षित पायलटों (Pilot) ने पैराशूट का इस्तेमाल कर अपने आप को बचाया। रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स चीफ से इस हादसे को लेकर बातचीत की है। वहींए फाइटर जेट क्रैश को लेकर वायुसेना ने जांच बैठा दी है।
Two fighter aircraft of IAF were involved in an accident near Gwalior today morning. The aircraft were on routine operational flying training mission.
One of the three pilots involved, sustained fatal injuries. An inquiry has been ordered to determine the cause of the accident.— Indian Air Force (@IAF_MCC) January 28, 2023
बताया जा रहा है कि सुखोई और मिराज 2000 (Miraj 2000) ग्वालियर के एयरबेस (Gwalior Air Base) से आज सुबह अभ्यास के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के तुंरत बाद दोनों विमान क्रैश होकर जंगल में गिर गए। एक में दो पायलट थे और दूसरे में एक पायलट। दो पायलटों को बचा लिया गया हैए हादसा मुरैना के जंगल में हुआ। वहीं ग्रामीणों की मानें तो सुबह लगभग दस बजे पहाड़गढ़ इलाके में आसमान में एक विमान जलते हुए देखा और फिर उसके टुकड़े जमीन में गिरते हुए देखे।
Deeply anguished by the loss of brave air warrior, Wg Cdr Hanumanth Rao Sarathi, who suffered fatal injuries during an accident near Gwalior. My deepest condolences to his bereaved family. We stand by his family in this difficult hour. https://t.co/xwEelZouNi
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 28, 2023
लोगों का कहना है कि इन विमानों में जब आग लगी तब वे मुरैना जिले के कैलारस कस्बे के ऊपर से गुजर रहे थे। तभी लोगों ने हवा में उन्हें आग से जलते देखा तो हड़कंप मच गया कि अगर इसका मलबा नीचे गिरा तो पूरा कस्बा तबाह हो सकता है। लेकिन मलवा काफी दूर जंगल मे गिरा। माना जा रहा है कि पायलट ने अपनी जान की बाजी लगाकर फादग्रह कस्बे को जलने से बचाया।
घटना की सूचना मिलते ही मुरैना के कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और बड़ी संख्या में डॉक्टर और पुलिस के दल भी वहां पहुंच गए। घटना के बाद ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस सेंटर से आधा दर्जन से ज्यादा हेलीकॉप्टर रवाना हुए। इसमें रेस्क्यू दल के सदस्य थे। दिल्ली और इलाहवाद से भी वायुसेना के वरिष्ठ अफसर मौके के लिए रवाना हुए।