-
Advertisement
कामगारों को पगार देने के लिए उद्योगपतियों के हाथ खड़े, सरकार से लगाई मदद की गुहार
Last Updated on April 9, 2020 by
ऊना। लॉकडाउन व कर्फ्यू के चलते उद्योग पूरी तरह बंद है। ऐसे में उद्योगपतियों पर लॉकडाउन (Lockdown) अब परेशानी का सबब भी बनने लगा है। उद्योगपतियों को आर्थिक परेशानी चिंतित करने लगी है। इसी के चलते जिला ऊना के उद्योगपतियों ने प्रदेश सरकार से राहत देने की मांग उठाई है। हरोली ब्लॉक उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कौशल, एमआईए के अध्यक्ष सीएस कपूर ने संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि अधिकतर औद्योगिक इकाइयां (Industrial units) बंद है। हालांकि मार्च महीने की सैलरी कर्मचारियों को दे दी गई है, लेकिन अप्रैल में सैलरी देना उद्योगों के लिए मुश्किल प्रतीत हो रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार ईएसआई व अन्य फंड्स का इस्तेमाल कर उद्योगों का सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयां जो बंद है, उन पर लाखों रुपए बिजली का बिल फिक्स चार्ज से डाला जा रहा है, जो कि बहुत बड़ी पैनल्टी है। उद्योग चलते हों तो फिक्स चार्ज देने में कभी दिक्कत नहीं हुई, लेकिन अब हिमाचल सरकार को पंजाब, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों की तर्ज पर इसे माफ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योगों द्वारा लिए गए लोन की किश्तों को तीन माह के लिए डेफर करने की बात तो केंद्र सरकार ने कही है, लेकिन हमारी मांग है कि इस दौरान उद्योगों के लोन का तीन माह का ब्याज भी माफ किया जाए।