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capital shimla : लोकिन्दर बेक्टा, शिमला। बीजेपी के वरिष्ठ सदस्य सुरेश भारद्वाज ने आज सरकार पर कई हमले बोले। उन्होंने धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित किए जाने को जहां शिमला के साथ अन्याय करार दिया, वहीं यह भी कहा कि प्रदेश की सरकार को हारे-नकारे, टायर्ड, रिटायर्ड और हायर्ड अफसर चला रहे हैं। वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने तो यहां तक कहा कि आज कैबिनेट के मंत्री को भी पता नहीं होता कि कैबिनेट में क्या फैसले हो रहे हैं। बजट अनुमानों पर चल रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में सर्वांगीण विकास का वादा किया है और कुशल व स्वच्छ प्रशासन की बात कही है।
इनका कुशल प्रशासन यह है कि सरकार के सीनियर मोस्ट अफसर वरिष्ठता दरकिनार होने के कारण प्रशासनिक ट्रिब्यूनल में अपने हकों की लड़ाई लड़ रहे हैं। आज सरकार की स्थिति यह है कि रोजाना एडिशनल चीफ सेक्रेटरी बनाए जा रहे हैं और जिन्हें यह पद मिलना चाहिए, उनकी वरिष्ठता को दरकिनार किया जा रहा है। इस कारण कई अफसरों को केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग में पीसीसीएफ के दो पद हैं और वहां पर 13 पीसीसीएफ बना दिए गए हैं। भारद्वाज ने कहा कि कैबिनेट के सदस्यों को यहीं पता नहीं होता कि कैबिनेट बैठक में क्या फैसले लिए गए। उन्होंने धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित करने के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कैबिनेट की बैठक में यह फैसला हो गया था, लेकिन परिवहन मंत्री जीएस बाली और स्वास्थय मंत्री ठाकुर कौल सिंह को इसकी जानकारी ही नहीं थी।
उन्होंने कहा कि दो बार स्वयं हार चुका नेता जब सलाह देगा तो ऐसे ही हालत होंगे। बीजेपी सदस्य ने धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित करने पर कड़ा ऐतराज जताया और कहा कि शिमला अंग्रेजों के समय से राजधानी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में हिमाचल निर्माता डॉ. यंशवत सिंह परमार को ही भूल गई। उन्होंने कहा कि डॉ. परमार के गांव बागथन को कांगेस सरकार सड़क नहीं पहुंचा पाई। उन्होंने कहा कि डॉ. परमार ने भी शिमला को ही प्रदेश की राजधानी रहने दिया, जबकि सीएम ने एक मंत्री के प्रेम में स्मार्ट सिटी के साथ-साथ धर्मशाला को दूसरी राजधानी घोषित कर दिया। भारद्वाज ने कहा कि स्वास्थय मंत्री मंडी से हैं तो मेडिकल यूनिवर्सिटी को मंडी ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिमला में प्रदेश स्तरीय अस्पताल है, लेकिन इसे भी कमजोर करने का प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि यह शिमला में उनके हलके में है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी के सुपरस्पेश्यिलटी विंग को चम्याणा में बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रामा सेंटर के लिए पैसा आए हुए लंबा समय हो चुका है, लेकिन इस दिशा में सरकार कोई प्रभावी कदम नहीं उठा पाई है।
स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने सुरेश भाद्वाज द्वारा लगाए गए आरोपों पर सरकार की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि विधायक ने अपने वक्तव्य में अपनी पूरी भड़ास निकाली है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सदस्य की बात से क्षेत्रवाद की बदबू आ रही है और विपक्ष क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाया है। ठाकुर ने कहा कि यदि धर्मशाला में सरकार जाती है तो प्रशासन के जनता के पास जाने से विपक्ष को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायक को शायद इस बात की जानकारी नहीं है कि आईजीएमसी में लेवल-1 का ट्रामा सेंटर बन रहा है।
इसके लिए 56 करोड़ रुपए से भवन का निमार्ण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए दो फ्लोर चिन्हित किए गए हैं। उनका कहना था कि सुपर स्पेशिलिटी विंग को शिफ्ट को यदि चम्यणा न बनाएं तो कहां बनाएं। विधायक बताए कि शिमला में सुपर स्पेशिलिटी के लिए जगह कहां है। जहां विधायक जगह देंगे, वहीं पर इसका निर्माण कर दिया जाएगा। ठाकुर ने कहा कि जगह की कमी के चलते ही सुपर स्पेशिलिटी को चमियाणा में बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जहां तक मेडिकल यूनिवर्सिटी की बात है इसका श्रेय सीएम को जाता है। उन्होंने कहा कि मंडी के नेरचौक में 850 करोड़ रुपए से ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज बन रहा है और वहां जगह है।
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