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DS Dhesi: रेवाड़ी। हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने अधिकारियों को साफतौर पर सचेत किया है कि क्षेत्र में लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। यदि किसी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस बारे में कोताही बरतते हैं तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएस ढेसी ने यह निर्देश शनिवार को जारी किए। शनिवार को रेवाड़ी जिला सचिवालय सभागार में इन्होंने जिला के विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी विकासात्मक सरकारी योजनाओं की समीक्षा भी की। मुख्य सचिव ने पीने के पानी, पीओएस मशीन, मनरेगा, प्रदूषण, सीएम विंडो, किसान रुपया कार्ड, ऑनलाइन ड्राइविंग लाईसेंस, सिंचाई विभाग से सम्बंधित चल रहे कार्यों पर प्रोग्रेस रिपोर्ट ली।
सचिव ने पीने के पानी की सप्लाई का ब्यौरा लिया तथा जनस्वास्थ्य विभाग व हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को आदेश दिए कि भीषण गर्मी में पीने के पानी की कोई समस्या नहीं रहनी चाहिए। डीसी डा. यश गर्ग ने मुख्य सचिव को बताया कि कालाका व लिसाना गांव में नहरी पानी का स्टॉक किया जाता है और पन्द्रह दिन का स्टॉक जनस्वास्थ्य विभाग के पास रहता है। मुख्य सचिव ने धारूहेडा गांव में भिवाडी, खुशखेड़ा (राजस्थान) से आने वाले प्रदूषित पानी के बारे में बताया कि यह मामला राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) में चल रहा है तथा डे-टू-डे इसकी सुनवाई चल रही है।
राजस्थान सरकार ने हल्फनामा देकर कहा है कि दूषित पानी के लिए ट्रीटमेंट लगाया जाएगा। उन्होंने उपायुक्त रेवाड़ी को इस बारे में सर्वे करने के आदेश दिए तथा दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा। इसके अतिरिक्त धारुहेडा कस्बा में फैलकर चल रहा प्रदूषित पानी जो बन्द औद्योगिक क्षेत्रों में जा रहा इसकी निकासी के लिए जिला प्रशासन द्वारा पचास लाख रुपए की लागत से जो कच्चा नाला बनाया जा रहा है उसमें तेजी लाने को कहा तथा उपायुक्त को निर्देश दिए कि इस मामले को वे स्वयं देखें।
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