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LIC की हिस्सेदारी बेचने के फैसले पर बिफरे बीमा कर्मी, सड़कों पर उतरकर किया Protest
Last Updated on February 4, 2020 by
शिमला। केंद्र सरकार द्वारा बजट में एलआईसी (LIC) की हिस्सेदारी को बेचने के विरोध में भारतीय जीवन बीमा कर्मी विरोध में उतर आए हैं। शिमला में भी बीमा कर्मियों (Insurance workers ) ने धरना दिया और सरकार के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने एलआईसी को लेकर सरकार की नई नीति का विरोध जताया। कर्मचारियों ने एक घंटे तक सांकेतिक हड़ताल की। एलआईसी कर्मचारी यूनियन के उपाध्यक्ष पंकज सूद ने कहा कि बजट (Budget) में सरकार ने प्रस्ताव लाया है जो किसी के हित में नहीं है। सरकार देश के हितों को बेचने की कोशिश कर रही है। जिसे कर्मी बरदाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपने फ़ैसले को वापस नहीं लेती है तो कर्मी अपने आंदोलन को और अधिक तेज करेंगे।
हमीरपुर में भी केंद्र सरकार के फैसले का विरोध
हमीरपुर। जीवन बीमा कर्मियों ने एक घंटे के लिए कामकाज ठप कर केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया। जीवन बीमा निगम कर्मचारी एसोसिएशन के कार्यालय सचिव अकुंश ने कहा कि भारत सरकार ने जो बजट पेश किया है, उसमें सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम को शेयर मार्केट में लिफ्ट करने का फैसला किया है।
सरकार के इस फैसले का कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। ऑल इंडिया बीमा पेंशनर्ज एसोसिएशन के सचिव हरनाम सिंह कहा कि केंद्र सरकार सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है और अब एलआईसी को शेयर मार्केट में लिस्ट कर रही है। इससे बीमा धारकों को काफी नुकसान भी हो सकता है।