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नहीं टूटेगी रथयात्रा की परंपरा
Last Updated on October 12, 2020 by Sintu Kumar
https://youtu.be/lYI-SNyFwEo
कुल्लू। कोरोना काल में देव महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में भगवान रघुनाथ की परंपरा नहीं टूटेगी और दशहरा के दिन भगवान रघुनाथ की भव्य रथ यात्रा होगी। हालांकि इस रथ यात्रा में इस बार जिला भर के सैंकड़ों देवी-देवता भाग नहीं ले पाएंगे और न ही हजारों श्रद्धालु रथ खींच पाएंगे। लेकिन पूरे सात दिनों तक भगवान रघुनाथ की परंपरा का निर्वाह होगा। सोमवार को दशहरा पर्व की पहली बैठक का आयोजन हुआ और इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोरोना के नियमों का पालन करते हुए दशहरा पर्व मनाया जाएगा। नरसिंह भगवान की जलेब का कार्यक्रम भी सूक्ष्म तरीके से होगा। बहरहाल दशहरा पर्व नए स्वरूप में होगा लेकिन और सूक्ष्म तरीके से परंपरा का निर्वाह किया जाएगा।
ढालपुर मैदान में न तो किसी भी तरह का व्यापार होगा और न ही कोई दुकानें लग पाएगी। दशहरा पर्व में आने बाले लोग कुल्लू शहर की स्थाई दुकानों में ही खरीददारी कर सकते हैं। यही नहीं लाल चंद प्रार्थी कलाकेंद्र में भी किसी तरह का लोकनृत्य व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं होंगे। होगा तो सिर्फ दशहरा पर्व की परंपरा का निर्वाह। लिहाजा इस बार कोरोना के कारण देव महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा पर्व का स्वरूप विल्कुल अलग हो गया है। बैठक में दशहरा कमेटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर , भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह डीसी डा. ऋचा वर्मा, विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, किशोरी लाल, नगर परिषद के उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत, कारदार संघ के पदाधिकारी सहित दशहरा कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।