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शिमला में होगा इंटरनेशनल फ्लाइंग फेस्टिवल: स्विट्जरलैंड, फ्रांस, जर्मनी सहित देशों के पैराग्लाइडर लेंगे भाग
शिमला (Shimla) में पहली बार ‘इंटरनेशनल फ्लाइंग फेस्टिवल’ (International Flying Festival) होने जा रहा है। जिसे लेकर आज रिज मैदान (Ridge Ground) में पैराग्लाइडिंग का ट्रायल किया गया। जानकारी के मुताबिक पर्यटन विभाग के माध्यम से जुन्गा (Junga) में 12 से 15 अक्टूबर तक फ्लाइंग फेस्टिवल का आयोजन करवाया जाएगा। आयोजन में स्विट्जरलैंड, फ्रांस, जर्मनी सहित अन्य यूरोपियन देशों के पैराग्लाइडर पायलट भाग लेंगे।
सोलो और टेंडम कैटेगरी में पैराग्लाइडर के बीच होगा कॉम्पिटिशन
फ्लाइंग फेस्टिवल में सोलो और टेंडम कैटेगरी में पैराग्लाइडर के बीच कॉम्पिटिशन होंगे। सोलो कैटेगरी में पहला पुरस्कार जीतने वाले पायलट को दो लाख रुपए और टेंडम में 1.75 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इस दौरान पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी भी देखी जाएगी। अलग-अलग राउंड की कॉम्पिटिशन के अंक के आधार पर रिजल्ट घोषित किए जाएंगे।
ऑनलाइन पंजीकरण हुआ शुरू
प्रतियोगिता (Competition) के लिए पैराग्लाइडर का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो चुका है। बता दें कि 120 पायलट के आवेदन के बाद पंजीकरण बंद कर दिया जाएगा। हिमाचल पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली (Raghuvir Singh Bali) के अनुसार, पर्यटन कारोबार पटरी पर लौट सके इसलिए अलग-अलग आयोजन किए जा रहे हैं। फ्लाइंग फेस्टिवल (Flying Festival) के अलावा हमीरपुर के नादौन और कुल्लू-मनाली में भी सैलानियों को आकर्षित करने के लिए आयोजन होंगे।पर्यटन विभाग हमीरपुर जिले के नादौन में नवंबर महीने में राफ्टिंग मैराथन करने जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन में विदेशी टीमें भी भाग लेंगी।
टूरिज्म को बढ़ावा देना है फ्लाइंग फेस्टिवल के आयोजन का उद्देश्य
बता दें कि फ्लाइंग फेस्टिवल (Flying Festival) के आयोजन का उद्देश्य राज्य में टूरिज्म को बढ़ावा देना है। भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण प्रदेश में टूरिज्म इंडस्ट्री (Tourism Industry) को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। पहाड़ों पर तबाही के खौफ से कम लोग यहां आ रहे है। इसे कम करने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।