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कुल्लू। अंतराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के दूसरे दिन सभी देवी-देवताओं की पारंपरिक ढंग सं पूजा की गई। वाद्ययंत्रों की देवधुनों के बीच पूरा दशहरा मैदान में भक्तिमय हो गया। अस्थायी शिविर में भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने मंत्रोउच्चारण के साथ उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की। भगवान रघुनाथ, माता सीता के हार शृंगार के बाद श्रद्धालुओं ने उनके दर्शन किए। इसके अलावा अस्थायी शिविरों में ठहरे अन्य देवी- देवताओं की भी विधिवत ढंग से पूजा की गई।
ईश्वर महादेव पलाहिच बंजार के पुजारी रोशन लाल बशिष्ठ बताया ने बंजार उपमंडल पलाहच से हर साल ईश्वर महादेव कुल्लू दशहरा उत्सव में आ रहे है। उन्होंने कहाकि बंजार घाटी से सामूहिक रूप से शिरकत करते है।
उन्होंने कहा कि सैंकड़ो देवी देवता अस्थाई शिविरों में बैठते है और सुबह शाम उनकी पूजा ती है। 33 करोड़ देवी-देवताओं की धरती पर लाखों श्रद्वालु एक स्थान पर पूजा कर भगवान का आशीर्वाद लेते है।
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