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Monal की कलगी वाली टोपी पहनी तो हो सकते हैं इस तरह की कार्रवाई के शिकार
Last Updated on January 21, 2020 by
धर्मशाला। मोनाल (Monal) की कलगी वाली टोपी (Crested Cap) पहनने से पहले एक मर्तबा सोच लेना कहीं ये आप पर भारी ना पड़ जाए। जयराम सरकार (Jai Ram Government) ने इस संबंध में सभी जिलों के डीसी (DC) को पत्र भेजकर कहा है कि टोपी पर कलगी लगाने वालों से ये तो पूछा ही जा सकता है कि वह इसे कहां से लेकर आए हैं। जबकि, मोनाल की विलुप्त हो रही प्रजाति को बचाने के लिए इसके शिकार पर पूर्णतः प्रतिबंध है।
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हिमाचल के स्थायी निवासी डॉ अमरीक सिंह ने इस संबंध में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) को एक पत्र भेजकर ये बात उठाई थी। उनका कहना था कि जब मोनाल का शिकार ही नहीं हो सकता तो फिर उसकी कलगी टोपी पर कैसे आ सकती है। लोग फैशन के नाम पर टोपियों में मोनाल की कलगी को लगाते हैं। सीएम जयराम के प्रधान सचिव संजय कुंडू (Principal Secretary to CM Sanjay Kundu) की ओर से अन्य जिलों के साथ-साथ कांगडा जिला को भी इस विषय पर पत्र मिला है।
पत्र में विशेषकर पहाड़ी गायकों से भी आग्रह किया गया है कि टोपी में मोनाल की कलगी का प्रयोग ना करे। मोनाल हिमालय के आठ से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर पाया जाता है। ये हिमाचल के अलावा, उत्तराखंड, सिक्किम, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, म्यांमार और चीन में पाया जाता है। सरकार ने अपने पत्र में स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई इस तरह का मामला सामने आता है कि टोपी पर मोनाल की कलगी लगी है तो उसके खिलाफ संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई अमल में लाई जाए।