-
Advertisement
गारंटियां भूलकर अब शुल्क ले रही है सुक्खू सरकार; जयराम बोले- विरासत से खिलवाड़ न करें
शिमला। हिमाचल प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कुल्लू के ऐतिहासिक दशहरा मेले में टिकट लगाए जाने के मुद्दे पर शनिवार को कहा कि चुनाव से पहले 10 गारंटियां देकर सत्ता में आई सरकार गारंटियों को भूलकर अब लोगों पर बोझ डाल रही है। कुल्लू का मेला हमारी सांस्कृतिक पहचान है। इस बार सरकार ने पर्यटकों पर 500 रुपये का टिकट लगा दिया। हम अपनी सांस्कृतिक विरासत से किसी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए प्रति व्यक्ति 500 रुपये का शुल्क लगाने का फ़ैसला निंदनीय है। मेले के कारण प्रदेश सरकार को आय होती है। मेला कमेटी मेले में लगने वाले हर स्टॉल से निर्धारित किराया लेती है। इससे प्रशासन को आय होती है। अब मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से भी पैसे लेना सही नहीं है।
यह भी पढ़े:आपदाग्रस्त लोगों को राहत चाहिए,सरकारी वादे नहीं; जमीन दे सरकार: जयराम
चिंतपूर्णी में वीआईपी दर्शन का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि इसके पहले सरकार ने माता चिंतपूर्णी के लिए भी वीआईपी दर्शन के लिए 1100 रुपये का शुल्क लगा दिया और कुल्लू दशहरे पर भी शुल्क लगाना चाहती है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के और भी तरीक़े हैं। सरकार को उस पर काम करना चाहिए। हमारी आस्था के प्रतीकों के साथ खिलवाड़ करके राजस्व वसूली की अनुमति हम नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के प्रयोगों से बाज आए अन्यथा विपक्ष सड़कों पर उतर कर सरकार के इन तुग़लकी फ़ैसलों का विरोध करेगा।
मॉनसून सत्र में गारंटियों पर उठेंगे सवाल
जयराम ठाकुर ने कहा कि मॉनसून सत्र को लेकर विपक्ष पूरी तरह तैयार है और सदन में सरकार से प्रदेश की कानून व्यवस्था से लेकर कांग्रेस की गारंटियों पर सवाल करेगा। वर्तमान सरकार के 10 महीने के कार्यकाल में ही प्रदेश 10 साल पीछे हो चुका है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय में भी अच्छा काम नहीं हुआ और लूटमार चली। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के हालात ठीक रही है और विपक्ष सदन में सरकार से गारंटियों की बात करेगा।