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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) प्रशासन ने जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ ज़िले में 43 दिन तक चलने वाली पारंपरिक माछिल माता यात्रा (Machhil Mata Yatra) को भी सुरक्षा कारणों से रोक दिया (halted) है। बता दें कि इससे पहले, प्रशासन ने शुक्रवार को आतंकी हमले के खुफिया सुराग मिलने के बाद अमरनाथ यात्रियों को यात्रा में कटौती करने और सभी सैलानियों और अमरनाथ यात्रियों को को जल्द-से-जल्द कश्मीर से निकलने की सलाह दी थी। दरअसल सेना ने अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के मार्ग के पास आतंकियों के ठिकाने से पाकिस्तान में बनी बारूदी सुरंग (लैंडमाइन) और अमेरिकी स्नाइपर गन मिलने का खुलासा किया था।
सुरक्षा अधिकारियों द्वारा बताया गया कि सुरक्षा कारणों के मद्देनजर यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। यह यात्रा 25 जुलाई को शुरू हुई थी और 5 सितंबर को खत्म होनी थी। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा है कि वे यात्रा जारी न रखें। साथ ही जो इसके लिए निकल चुके हैं, वे भी वापस आने की तैयारी कर लें। बता दें कि किश्तवाड़ में स्थित चंडी माता मंदिर को जम्मू-कश्मीर के एक पारंपरिक देवस्थान के रूप में जाना जाता है। यहां हर साल एक पारंपरिक माछिल यात्रा होती है, जिसमें हिस्सा लेने के लिए राज्य के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड के तमाम श्रद्धालु यहां पर आते हैं। इस दौरान मंदिर में श्रद्धालु माता चंडी की उपासना करते हैं और इसके लिए प्रशासन की तरफ से खास तैयारियां की जाती हैं।
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