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शिमला। किराया बढ़ोतरी को लेकर जनवादी महिला समिति उग्र हो गई है। समिति ने आज बस किराये में बढ़ोतरी के खिलाफ डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने प्रदर्शन के बाद एडीसी शिमला के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भी भेजा।
ज्ञापन के माध्यम से महिलाओं ने मांग की है कि प्रदेश सरकार अपने निर्णय की समीक्षा करे व बढे़ हुए किराये को तुरंत वापस ले। कहा कि किराया वृद्धि से महिलाओं के ऊपर आर्थिक बोझ पड़ा है। महिलाओं का पहले ही अपना बजट बिगड़ गया है, ऊपर से इस प्रदेश की सरकार ने किराया बढ़ाकर आम लोगों की कमर तोड़ दी है। महिला समिति की कोषाध्यक्ष सोनिया सुबरबाल ने कहा कि सरकार का यह फैसला आम जन विरोधी है।
जिला सचिव फालमा चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार प्राइवेट ऑपरेटर्स से सांठगांठ कर रही है और उनको फायदा पहुंचाने के लिए बस किराये में बढ़ोतरी की गई, जिसके प्रभाव महिला के ऊपर सबसे ज्यादा पड़ा है।
महिला समिति सरकार से मांग करती है कि सरकार बस किराया वृद्धि को तुरंत वापिस ले। अन्यथा महिला समिति इस आंदोलन को और ज्यादा तेज करेगी। महिला समिति की सदस्य मधु ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार सरेआम लोगों की जेब में डाका डाल रही है।
बस किराया बढ़ोतरी को लेकर कुल्लू में वाम हुआ लाल
कुल्लू। बस किराया बढ़ोतरी को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पाटी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कुल्लू के सरवरी से डीसी कार्यालय तक रैली निकाल प्रर्दशन किया। केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के जिला महासचिव होतम सौखला ने कहा कि चुनाव के दौरान बीजेपी ने जनता से वादा किया था कि अगर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनती है तो कमरतोड़ महंगाई से राहत दिलवाई जाएगी। परंतु सरकार बनते ही जनता पर पानी, बिजली की दरों में वृद्धि और बस किराये में बढ़ोतरी करके आर्थिक बोझ डालने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने 8 माह से ज्यादा कार्यकाल पूरा किया है, लेकिन प्रदेश की जनता से जो वादे किए थे, उन वादों से हटकर प्रदेश की जनता जो पहले से केंद सरकार की जनता विरोधी नीतियों के चलते महंगाई की मार झेल रही है उनके उपर बस किराये में बढ़ोतरी कर और ज्यादा बोझ डालने का काम किया है।
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