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मंडी। हिमाचल प्रदेश में पहली बार आयोजित की गई एमटीबी की हार्ड ट्रैक साइकिल रेस में मंडी के जसप्रीत पाल ने फर्स्ट रनर अप का खिताब जीत कर मंडी जिला का नाम रोशन किया है। जसप्रीत ने एमटीबी चैंपियनशिप में पहली बार भाग लिया और मेडल व ट्रॉफी प्राप्त की। देश भर के प्रतिभागियों में तीसरा स्थान हासिल करने पर बुधवार को जसप्रीत ने डीसी मंडी से मुलाकात की और उनके सहयोग के लिए आभार भी जताया। इस मौके पर डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने जसप्रीत को उनकी सफलता के लिए बधाई दी। जसप्रीत पाल ने बताया कि एमटीबी चैपियनशिप की रेस चार दिनों की रही जो कि शिमला से रवाना हुई और मंडी जिला के जंजैहली में आकर संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि यह करीब 180 किलोमीटर की टफ साइकिल रेस थी, जिसमें लगभग 80 प्रतिशत रास्ते जंगलो और पहाड़ों में ऑफ रोड़ होकर गुजरे। यह रेस इतनी कठिन थी कि देश भर के लगभग 71 प्रतिभागियों में से मात्र 43 ही इसे पूरा कर पाए। उन्होंने बताया कि उन्हें पहली बार इस प्रकार की प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला और मंडी के लिए वे देश भर में तीसरा स्थान हासिल करने में कामयाब हुए हैं। रेस शिमला से 23 जून को शुरू हुई जोकि मंडी के जंजैहली में 26 जून को संपन्न हुई। रेस का रूट शिमला, मशोबरा, बसंतपुर, सुन्नी, चुराग, करसोग, रायगढ़ होते हुए जंजैहली तक रहा।
वहीं जसप्रीत पाल ने बताया कि जिस दिन इस रेस को हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया उस दिन उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा शिमला में एमटीबी रेस के लिए नए रूट बनाने की बात कही थी। जोकि कि आने वाले समय में युवाओं के लिए एक बेहतर रोजगार और फिट रहने में सहयोगी साबित हो सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन मंडी से यहां पर भी साइकिलिंग के लिए नए रूट बनाने का आग्रह किया है। ताकि युवा इस प्रकार की चैंपियनशिप की तैयारी कर सकें और देश व प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने बताया कि इस पूरी कठिन यात्रा के दौरान प्रशासन का हर सहयोग प्रतिभागियों को मिला। बता दें कि केंद्र सरकार के युवाओं को खेलों व साहसिक खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। उसी के तहत हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और यहां के स्थानीय लोगों को घरद्वार पर रोजगार देने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
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