-
Advertisement
जेबीटी-डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने Dharamshala में किया प्रदर्शन, CM को भेजा ज्ञापन
Last Updated on February 11, 2020 by Sintu Kumar
धर्मशाला। जेबीटी बेरोजगार संघ (JBT-DLED trained unemployed union) एनसीटीई की अधिसूचना के अंतर्गत 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक तथा शिक्षा स्नातक को जेबीटी के पद पर नियुक्ति के निर्णय के विरोध में जेबीटी और डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ने आज धर्मशाला (Dharamshala) में प्रदर्शन (Protest) किया। इस दौरान उन्होंने एडीसी के माध्यम से सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) को एक ज्ञापन भी भेजा है, जिसमें कहा गया है कि प्रशिक्षुओं का शोषण बंद किया जाए।
यह भी पढ़ें: हो जाएं तैयार,जलशक्ति विभाग में होगी 1578 कर्मियों की भर्ती
जेबीटी प्रशिक्षु बेरोजगार संघ ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश जेबीटी बेरोजगार संघ एनसीटीई की 30 जून, 2018 की अधिसूचना के अंतर्गत 50 अंकों के साथ स्नातक तथा शिक्षा स्नातक को जेबीटी के पद पर नियुक्ति के निर्णय व हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में कुछ अभ्यर्थियों की याचिका को स्थाई रूप से जेबीटी के पदों पर आवेदन करने पर उस को अन्यायपूर्ण मानती है। एक जेबीटी प्रशिक्षु द्वारा प्राथमिक स्तर पर सभी विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है वहीं, दूसरी ओर एक बीएड प्रशिक्षु द्वारा किन्हीं दो विषयों को पढ़ाया जाता है।
नवंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय लिया गया था कि उच्च योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी निम्न योग्यता रखने वाले अभ्यर्थियों के साथ किसी भी रूप में परीक्षा में मान्य नहीं होंगे। दूसरी ओर आधी भर्ती पहले ही बेच वाइज करवाई जा चुकी है, शेष पदों पर कमीशन 12 मई 2019 को हमीरपुर बोर्ड द्वारा करवाए जा चुका है। प्रशिक्षुओं ने कहा कि वह सरकार से मांग करते हैं कि जेबीटी व डीएलएड शिक्षित बेरोजगार प्रशिक्षु को उचित न्याय दें।