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J&K: आतंकियों ने पानी की टंकी में छिपाया था 52 किलो विस्फोटक; सेना ने टाल दिया पुलवामा जैसा हमला
श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पर भारतीय सेना (Indian Army) ने कश्मीर में गादिकल के कारेवा इलाके में गुरुवार को 52 किलोग्राम विस्फोटक (explosives) बरामद कर पुलवामा जैसा हमला होने से रोक लिया। आतंकियों ने इन विस्फोटकों को पानी की टंकियों में छिपाकर रखा था। जिस जगह पर ये विस्फोटक पाए गए हैं, उसके पास ही बीते साल पुलवामा (Pulwama) हमला हुआ था। यह विस्फोटक सामग्री जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के आतंकियों की थी।
यहां जानें किस तरह बरामद हुई विस्फोटकों की खेप
यहां मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को आज सुबह अपने तंत्र से गडीखल गांव में आतंकी गतिविधियों की सूचना मिली थी। पुलिस ने उसी समय सेना की 42 आरआर व सीआरपीएफ़ की 130वीं वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ एक अभियान चलाया। जवानों ने गडीखल में सभी संदिग्ध मकानों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान जवानों का ध्यान गांव के बाहरी छोर पर जंगल के साथ सटी हुई एक नर्सरी पर गया।
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जवानों ने नर्सरी की तलाशी शुरु की और उन्हें वहां कुछ जगहों पर लोगों की आवाजाही के संकेत मिले। जवानों ने इस पर नर्सरी के विभिन्न हिस्सों की गहन तलाशी ली। वहां एक भूमिगत आतंकी ठिकाना मिला। इस ठिकाने से सुरक्षाबलों ने 250-250 लीटर की प्लास्टिक की दो टंकियां बरामद की। इन टंकियों में से एक में उच्च क्षमता वाले जिलेटिन की 416 छड़ें और दूसरी टंकी में 50 डेटोनेटर रखे थे।
हमने पुलवामा जैसा एक और हमला टाल दिया
सेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमने पुलवामा जैसा एक और हमला टाल दिया है।’ अधिकारियों ने बताया कि तलाश अभियान के दौरान सुबह करीब आठ बजे पानी की एक टंकी से विस्फोटक बरामद किए गए।’ एक अधिकारी ने कहा, ‘विस्फोटकों के 416 पैकेट बरामद किए गए, जिनमें से हरेक का वजन 125 ग्राम था।’ उन्होंने कहा कि इन विस्फोटकों को ‘सुपर-90’ या ‘एस-90’ के नाम से जाना जाता है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर बड़ा हमला हुआ था। पुलवामा के अवंतिपोरा में हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।