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नई दिल्ली। दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रों के साथ रविवार को हुई हिंसा (JNU violence) में शामिल नकाबपोश हमलावरों (masked attackers) की पहचान हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली पुलिस (Delhi Police) द्वारा कुछ नकाबपोश हमलावरों की पहचान की गई है। हालांकि अभी तक पुलिस जेएनयू कैंपस में लाठी-डंडे चलाने वालों और सर्वर रूम में तोड़फोड़ करने वालों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस सूत्रों ने सुबह दावा किया है कि कई टारगेट की पहचान कर ली गई है, लेकिन उनको उठाने में जल्दबाजी करने के बजाए पुलिस पूरी तरह पुख्ता होना चाह रही है। फिलहाल संकेत दिया जा रहा है कि इसमें दोनों तरफ के लोग हो सकते हैं।
Delhi Police releases images of the suspects of jnu voilence pic.twitter.com/SF2RN9eSpJ
— Himachal Abhi Abhi (@himachal_abhi) January 10, 2020
उपद्रवियों के करियर का ख्याल कर रही है पुलिस
शुक्रवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने जांच टीम से 5 दिनों की तफ्तीश का हिसाब मांगा है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने जिन लोगों की पहचान की है, उनके खिलाफ टेक्निकल और लोकल सर्विलांस के सूत्रों से जानकारी मिली है, जिसके बाद पुलिस इस सूचना को वेरिफाई कर रही है। पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द आरोपियों के पकड़े की जाने की जानकारी बाहर आएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एक बार छात्र का नाम आने पर उसके करियर पर फर्क पड़ेगा और पुलिस इस बात का ख्याल रख रही है। पुलिस तब तक कोई गिरफ्तारी नहीं करेगी, जब तक वह पुख्ता न हो जाए।
शुक्रवार को जेएनयू के सर्वर रूम की जांच करने के लिए और सुबूतों को इकट्ठा करने के लिए फॉरेंसिक टीम भी पहुंची। दरअसल, ये पूरा विवाद कहीं ना कहीं सर्वर रूम से ही शुरू हुआ। सर्वर रूम में तोड़फोड़ की गई और उसे पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। यही वजह कि सर्वर रूम के नष्ट हो जाने से दिल्ली पुलिस को अभी तक इस मामले से जुड़ा कोई भी फुटेज नहीं मिल पाया है।
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