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JNU हिंसा: सामने आया पुलिस और छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष का बयान, यहां पढ़ें
Last Updated on January 6, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) (JNU) में रविवार रात हुई हिंसा को लेकर पुलिस और छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष का बयान बयान सामने आया है। जहां एक तरफ आइशी घोष (Aishe Ghosh) ने हिंसा के लिए आरएसएस (RSS) को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं दूसरी तरफ इस मसले पर पुलिस का कहना है कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच के पास है। सभी सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) की जांच हो रही है। कुछ सुराग मिले हैं जिनकी जांच हो रही है।
यहां जानें आइशी घोष का पक्ष
सबसे पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर्स हमारे आंदोलन को तोड़ने के लिए हिंसा भड़का रहे थे। यह एक सुनियोजित हमला था। वे लोगों को बाहर निकाल-निकालकर हमला कर रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि जेएनयू सिक्योरिटी और हमलावरों के बीच साठ-गांठ थी, जिसकी वजह से उन्होंने हिंसा रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। हमारी मांग है कि यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर को तुरंत हटाया जाए। आइशी ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि जेएनयू की लोकतांत्रिक संस्कृति को कुचलने की कोशिश की जा रही है, जो सफल नहीं होगी। छात्र नेता ने कहा कि छात्रों के खिलाफ लोहे की छड़ का जवाब वाद-विवाद और बातचीत के जरिए दिया जाएगा। जेएनयू की संस्कृति खत्म नहीं होगी, वह बरकरार रहेगी।
यहां जाने दिल्ली पुलिस का पक्ष
दूसरी तरफ इस मसले पर दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच के पास है। सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच हो रही है। कुछ सुराग मिले हैं जिनकी जांच हो रही है। दिल्ली पुलिस की तरफ से बोलते हुए पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि पीसीआर कॉल मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। हमने हालात को काबू में किया। पुलिस द्वारा दी गई ताजा अपडेट के अनुसार सभी 34 घायलों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
रंधावा ने आगे बताया कि परिहार हॉस्टल में लेफ्ट और राइट विंग के बीच शाम 4:30 बजे झगड़ा शुरू हुआ। इनके बीच झड़प तीन चरणों में हुआ। पहले शाम चार बजे लेफ्ट और एबीवीपी भिड़े। उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे के करीब JNUTA ने एक शांति मार्च निकाला, जिसमें लेफ्ट और राइट दोनों विग थे। इस दौरान शाम 6:30-7:00 बजे के बीच साबरमती टी प्वॉइंट पर दोनों विंग के बीच हिंसा भड़की। इस मसले पर पुलिस का कहना है कि इस हिंसा में कुछ बाहरी लोग भी शामिल हैं। रंधावा ने बताया कि ज्वॉइंट सीपी शालिनी सिंह की अध्यक्षता में कमेटी बनी है जो मामले की जांच कर रही है, हमें कुछ सुराग मिले हैं जिनकी जांच हो रही है और जल्द ही हम इसका खुलासा करेंगे।