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पूर्व PM मनमोहन के वार पर नड्डा का काउंटर: ये वही Congress है जिसने बिना लड़े जमीन सरेंडर की
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने सोमवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। मनमोहन सिंह ने लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Vally) में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प और 20 भारतीय जवानों की शाहादत के मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ी तो, उनके इस बयान से बीजेपी आगबबूला हो गई। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मनमोहन सिंह के बयान को शब्दों का खेल करार देते हुए कहा कि वो उसी पार्टी से जुड़े हैं जिसकी सरकार के दौरान बिना लड़े ही भारतीय जमीन सरेंडर कर दी गई। जेपी नड्डा (JP Nadda) ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बयानों का जवाब देते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किए।
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भारत पूरी तरह पीएम नरेंद्र मोदी पर विश्वास करता है और समर्थन करता है
पूर्व पीएम ने अपने लिखित बयान में चीन विवाद पर पीएम मोदी को नसीहत देते हुए कहा है कि झूठ के आडंबर से सच छुपाया नहीं जा सकता। इसके अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने ऐसी कई और टिप्पणियों के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधा। इन्हीं टिप्पणियों का जवाब देते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा कि, ‘डॉ मनमोहन सिंह उसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, जिसने 43000 किलोमीटर भारतीय हिस्सा चीन के सामने सरेंडर किया है। यूपीए सरकार (UPA Govt) के दौरान निकृष्ट रणनीति देखी गई और बिना लड़े जमीन सरेंडर कर दी गई।’
Dr. Manmohan Singh belongs to the same party which:
Helplessly surrendered over 43,000 KM of Indian territory to the Chinese!
During the UPA years saw abject strategic and territorial surrender without a fight.
Time and again belittles our forces.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
बीजेपी (BJP) अध्यक्ष ने आगे लिखा कि भारत पूरी तरह पीएम नरेंद्र मोदी पर विश्वास करता है और समर्थन करता है। 130 करोड़ भारतीयों ने परीक्षा की घड़ी में पीएम मोदी के नेतृत्व को देखा है, उन्होंने हमेशा राष्ट्र को सबसे ऊपर रखा है। नड्डा ने लिखा कि डॉ मनमोहन सिंह निश्चित रूप से विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा कर सकते हैं, लेकिन पीएमओ (PMO) की जिम्मेदारी उनकी नहीं है। उस ऑफिस से यूपीए वाला सिस्टम साफ हो गया है, जहां सुरक्षाबलों का अपमान भी किया जाता था।