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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (सीजेआई) रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली तीन सदस्यीय समिति से जस्टिस एनवी रमना अलग हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस मामले में विभागीय जांच का आदेश देते हुए तीन सिटिंग जज- जस्टिस एस ए बोबड़े, एन वी रमन (NV Ramana) और इंदिरा बनर्जी की समिति का गठन किया था।
सीजेआई से पारिवारिक संबंधों का लगा आरोप
बता दें कि शिकायत करने वाली महिला ने इस समिति में रमना के होने पर सवाल खड़े किए थे। महिला का आरोप है कि रमना और सीजेआई (CJI) गोगोई ख़ास दोस्त हैं। ऐसे में वे जांच को प्रभावित कर सकते हैं। महिला के मुताबिक दोनों जजों के पारिवारिक संबंध है। इससे निष्पक्ष जांच सवालों के घेरे में आ जाती है। महिला का आरोप है कि 20 अप्रैल को जब उन्होंने एफिडेविट दाखिल किया था, तब भी जस्टिस रमना ने आरोपों को खारिज कर दिया था।
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