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निकल आया #Karvachauth का चांद: सुहागिनों ने रिज पर सरगी और पानी पीकर खोला व्रत
शिमला। विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ (Karvachauth) का व्रत रखा करती हैं। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को महिलाएं यह व्रत रखती हैं। आज पति की लंबी उम्र के लिए सुहागन महिलाओं ने पूरे हर्ष के साथ करवा चौथ का व्रत रखा। वहीं अब करवा चौथ का चांद भी दिख चुका है। चांद दिखने के साथ ही सुहागन महिलाएं करवा चौथ का व्रत भी अब खोल रही हैं। हिमाचल प्रदेश में भी करवा चौथ के व्रत को काफी महत्व दिया जाता है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश राजधानी शिमला (Shimla) स्थित ऐतिहासिक रिज मैदान पर सुहागिनों ने चांद का दीदार कर अपना व्रत खोला। हालांकि इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते रिज पर उतनी भीड़ नहीं जुटी।
सुहागिनों ने चांद को देख खोला व्रत pic.twitter.com/lzMbDhvE5S
— Himachal Abhi Abhi (@himachal_abhi) November 4, 2020
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रिज पर मौजूद रुचि ने बताया कि इस व्रत के लिए महिलाएं पूरा साल इंतजार कर सुबह 4:00 बजे उठकर सरगी खाती हैं और पूरा दिन खाली पेट रहकर पति की दीर्घायु की कामना करती हैं तथा रात को चांद आने के बाद इस व्रत को पानी पीकर तोड़ा जाता है। बता दें कि इस त्योहार पर पति की लंबी उम्र के लिए पत्नी इस दिन निर्जला उपवास रखती है।
वह रात को चांद का दीदार करने के बाद ही कुछ ग्रहण करती है। व्रत में दिनभर भूखी-प्यासी रहने वाली महिलाओं को शाम के वक्त बेसब्री से चांद निकलने का इंतजार रहता है। इस दिन महिलाएं देर रात तक हाथ में छलनी और पूजा की थाली थामें चांद का दीदार करती हैं और फिर अपना व्रत तोड़ती हैं।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी करवा चौथ की धूम
शिमला के अलावा हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों में भी यह पर्व काफी उत्साह के साथ मनाया गया। कुल्लू जिला भर में पति की लंबी उम्र के लिए महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा। महिलाओं ने बुधवार को सुबह से रात लेकर व्रत रखा। सुहागिनों ने करवा चौथ वाले दिन भी बाजार में खरीदारी की। कोरोना काल में भी जिला मुख्यालय ढालपुर के सरवरी समेत जिलाभर के बाजारों में रौनक रही और खूब खरीदारी की है। शाम को अपने ईष्ट देवी-देवता के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की और पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की।