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मुसीबत की घड़ी में श्री राम चंद्र मंदिर बना कश्मीरी मजदूरों के लिए आसरा
हरिपुर। कोरोना इमरजेंसी ( Corona emergency) की इस मुसीबत की घड़ी में स्थानीय श्री राम चंद्र मंदिर 10 कश्मीरी मजदूरों के लिए आसरा बना है। ठेकेदार के पास काम करने वाले मजदूरों सहित 10 कश्मीरी मजदूर पिछले दो माह से मंदिर में बने गुफानुमा कमरे में ठहरे हैं। कोरोना कर्फ्यू के चलते अब तक यही इनका ठिकाना बना हुआ था। लेकिन, निजामुद्दीन मरकज तब्लीगी जमात प्रकरण से डरे लोगों ने अब इन्हें यहां से शिफ्ट करने की गुहार लगाई है। एमएलए देहरा होशियार सिंह, प्रशासन और पुलिस से लोगों ने मजदूरों यहां से शिफ्ट करने की मांग की है।
उधर, लोगों की शिकायत के बाद तहसीलदार ज्ञान चंद सूर्यवंशी और हरिपुर थाना के एएसआई मनोज कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच में पाया कि कुछ कश्मीरी मजदूर पिछले दो माह से एक ठेकेदार के पास काम कर रहे हैं। वहीं, कुछ हरिपुर के पास ही अपना कोई काम करते हैं। जांच में पाया गया कि सबका नाम पुलिस के रिकॉर्ड में दर्ज है। साथ ही विगत दिन ना कोई यहां से आया है और ना ही गया है। वहीं, देहरा के विधायक होशियार सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर प्रशासन को मजदूरों को यहां से शिफ्ट करने के निर्देश दिए। मजदूरों से कहा कि आपके अलावा कोई भी आपका साथी या रिश्तेदार इस दौरान यहां आए।
बता दें कि जिस कमरे में यह 10 मजदूर रुके हैं, वह एक छोटा सा गुफानुमा कमरा है। इससे ना केवल सोशल डिस्टेंसिंग मापदंडों का उल्लंघन हो रहा है बल्कि मजदूरों की सुरक्षा पर भी सवाल है। अब तब्लीगी जमात प्रकरण के बाद खतरा और बढ़ गया है। ऐसे में प्रशासन कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है।