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#Farmer’s_Protest : खाप पंचायत ने भी किया #Delhi कूच, बोले – सरकार नहीं मानी तो नहीं भेजेंगे दूध-फल-सब्जी
Last Updated on December 2, 2020 by
गुरुग्राम। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली कूच पर निकले किसानों का आंदोलन उग्र रूप लेने वाला है। इस प्रदर्शन का सीधा असर दिल्लीवासियों पर पड़ने वाला है। हरियाणा (Haryana) के जींद में खाप पंचायतों (Khap panchayats) ने दिल्ली कूच शुरू कर दिया है। पंचायतों का कहना है कि अगर 3 दिसंबर को सरकार से बात नहीं बनती है, तो फिर वो दिल्ली जाने वाले फल, दूध, सब्जियों की सप्लाई बंद कर देंगे। यहां किसान नेता घर-घर जाकर लोगों से दिल्ली चलने की अपील कर रहे हैं। उधर, दिल्ली-यूपी बॉर्डर (Delhi-UP border) पर आज किसानों ने फिर बैरिकेड्स गिरा दिए। वे दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन पर अड़े हुए हैं। महामाया फ्लाईओवर से होते हुए किसान सेक्टर-14 चिल्ला जाना चाह रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोका। जब किसान नहीं माने तो पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।
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NSUI national general secretaries @VishalcINC and @_gurjotsandhu are distributing milk packets to farmers at Delhi border. We are strongly standing with farmers in this battle against #AntiFarmerActs. pic.twitter.com/8TMSsX9Mal
— NSUI (@nsui) December 2, 2020
सिंधु और टिकरी बॉर्डर के साथ-साथ नोएडा चिल्ला बॉर्डर को भी सील कर दिया गया। चिल्ला बॉर्डर की ओर से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। मंगलवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान संगठन के नेताओं और केंद्र सरकार के बीच बातचीत हुई, लेकिन इसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। अब तीन दिसंबर को एक बार फिर वार्ता होगी।उधर, चंडीगढ़ में यूथ कांग्रेस और NSUI ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की डिमांड है कि सीएम को किसानों से माफी मांगनी चाहिए, जिस तरह हरियाणा में किसानों पर बल प्रयोग किया गया है वो गलत है। इस दौरान पुलिस ने यूथ कांग्रेस के लोगों पर पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
https://twitter.com/PunYaab/status/1334060281673105410
किसानों ने दिल्ली और हरियाणा की जनता से मांगी माफी
सिंधु बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली और हरियाणा की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली और हरियाणा की जनता से माफी मांगते हैं क्योंकि उनकी वजह से रास्ते बंद हो गए हैं जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं, किसानों ने जनता से शुक्रिया भी कहा है कि उनके आंदोलन में लोग उनकी मदद कर रहे हैं। लोग उन्हें खाना उपलब्ध कराने से लेकर अपने घरों तक का इस्तेमाल करने की इजाजत दे रहे हैं।