-
Advertisement
फसलों के उचित दाम ना मिलने से किसान आत्महत्या करने को हो रहे मजबूर
Last Updated on February 10, 2020 by saroj patrwal
रामपुर बुशहर। किसान सभा ब्लॉक इकाई निरमंड ने किसानों (Farmers) की समस्याओं को लेकर विशाल रैली निकाली। इस रैली को संबोधित करते हुए किसान सभा (Kishan Sabha) के शिमला जिला सचिव देवकी नंद, किसान सभा निरमंड ब्लॉक के अध्यक्ष पूर्ण ठाकुर व दयाल भाटनू ने कहा कि आज केंद्र व प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसानी संकट के दौर से गुजर रही है। किसानों को फसल का सही दाम न मिलने से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है। डिपुओं में मिलने वाले राशन के दाम बढ़ने से आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है, जिससे जनता को अपने परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है।
दयाल और जगदीश ने कहा कि निरमंड ब्लॉक में आज बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य की हालत बहुत ही खराब है। ब्लॉक की सभी सड़कों में गड्ढे पड़े हैं, जिसको अभी ठीक नहीं किया गया है। बिजली विभाग में पद खाली होने के चलते बिजली के खंभे घिरे हुए हैं, जिसके चलते क्षेत्र में बिजली सबसे बाद में बहाल हुई। सीटू जिला अध्यक्ष कुलदीप ने कहा कि मनरेगा में बजट कटौती व 120 दिन के रोजगार की मांग एवं हिमाचल प्रदेश सरकार के न्यूनतम वेतन को मनरेगा में लागू करने की मांग को लेकर 26 मई को शिमला व श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण जटिल प्रक्रिया व लाभ में देरी के खिलाफ 6 मार्च को रामपुर में प्रदर्शन किया जाएगा।