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फोरलेन व टनल निर्माण में स्थानीय लोगों को रोजगार ना देने पर Kisan Sabha उग्र, किया प्रदर्शन
Last Updated on October 23, 2020 by Deepak
मंडी। जिला में फोरलेन और टनल निर्माण (Fore lane and Tunnel Construction) के कार्य में लगी कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार ना देने के विरोध में शुक्रवार को धरना प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन सीटू के बैनर तले मंडी की सेरी चांननी में विभिन्न मजदूर संगठनों ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ किया। इस दौरान हिमाचल किसान सभा (Himachal Kisan Sabha) ने जिला मंडी (Mandi) में फोरलेन और टनल निर्माण के कार्य में कंपनियों पर स्थानीय लोगों को रोजगार ना देने का आरोप लगाया है। हिमाचल किसान सभा ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपकर इन कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार देने की मांग की है। हिमाचल किसान सभा जिला उपाध्यक्ष रविकांत का कहना है कि टनल और फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनियां स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दे रही हैं।
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उनका कहना है कि जब यह कंपनियां हिमाचल में कार्य शुरु करती है तो 70% स्थानीय लोगों को रोजगार (JOB) देने की बात करती है, लेकिन कंपनियों के द्वारा स्थानीय लोगों को नहीं रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कंपनियों की मनमानी के खिलाफ जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार (State Gvot) का रवैया भी सुस्त है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत भरौन व मझवाड में टनल का निर्माण कार्य किया जा रहा है और निर्माण कार्य में जो स्थानीय लोग प्रभावित हैं, उन्हें कंपनी रोजगार नहीं दे रही हैं जिससे चलते वहां के ग्रामीण आज धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के बाद भी कंपनी ने स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया तो फिर नेल में बनने वाली टनल का कार्य बंद करवाया जाएगा जिसके जिम्मेवार सरकारए जिला प्रशासन व निर्माण में लगी कंपनी होगी।
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