किसान संघर्ष समिति ने किया बागवानों की लूट का विरोध, उठाई मांग
Update: Sunday, December 23, 2018 @ 8:45 PM
शिमला। किसान संघर्ष समिति के द्वारा रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें बागवानों की प्रदेश की मंडियों व मंडियों से बाहर हो रहे शोषण व लूट का विरोध किया गया। बता दें कि किसान संघर्ष समिति के प्रयासों से 23 नवंबर, 2018 को ठियोग थाना में दोषी आढ़ती के विरुद्ध 11 बागवानों के द्वारा FIR दर्ज की गई थी। लेकिन एक महीने से ऊपर का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरा कहा गया कि कई सालों से प्रदेश की मंडियों में कई आढ़ती बागवानों के सेब का भुगतान नहीं कर रहे है। वहीं बागवानों द्वारा एपीएमसी में शिकायत करने के बावजूद कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही हैं। वहीं इस बात का भी खुलासा किया गया कि जब बागवान अपने पैसे मांगते हैं तो उन्हें डराया जाता है या फोन ही नहीं उठाते हैं।
इस दौरान किसान संघर्ष समिति द्वारा मांग उठाई गई कि बागवानों द्वारा दोषी आढ़तियों के विरुद्ध की गई FIR पर सरकार तुरन्त कार्यवाही करे। इसके साथ ही सरकार एपीएमसी कानून, 2005 के प्रावधानों जिसमें खरीददार से अग्रिम राशि रखने का प्रावधान करे व बागवानों का भुगतान बोली अंतिम होने पर तुरन्त किया जाए। वहीं प्रदेश में तय की 5 रूपए प्रति पेटी की कटौती ही सुनिश्चित की जाए तथा जहां 10-30 रूपए तक गैर कानूनी कटौती जिन आढ़तियों ने बागवानों से की है उसे तुरंत वापिस किया जाए।
https://youtu.be/n5M7ftycbMs