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जल्द ही आपका भी बनेगा #Health_Card, नहीं पड़ेगी मेडिकल रिकॉर्ड संभालने की जरूरत
Last Updated on December 17, 2020 by
नई दिल्ली। 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी (PM Modi) ने लाल किले की प्राचीर से स्वास्थ्य से संबंधित एक बड़ी योजना शुरू करने की घोषणा की थी। पीएम ने डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत ‘वन नेशन वन हेल्थ कार्ड’ योजना का हर भारतीय को एक ‘यूनिक हेल्थ आईडी’ दिए जाने का ऐलान किया था, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी प्रत्येक जानकारी होगी। योजना के तहत अब आधार कार्ड की तरह हर भारतीय नागरिक के पास अपना हेल्थ कार्ड (Health Card) होगा जो आपका स्वास्थ्य पहचान पत्र होगा। पूरे देश में किसी भी स्थान पर इलाज करवाने के लिए आपको अपनी हेल्थ आईडी बताने की जरूरत पड़ेगी।
क्या है हेल्थ आईडी?
डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत सरकार आपकी यूनिक आईडी बनाएगी। हेल्थ आईडी की मदद से आपका पूरा मेडिकल रिकॉर्ड देखा जा सकेगा। आप जब भी डॉक्टर के पास जाएंगे तो आपको अपनी हेल्थ आईडी (Health ID) दिखानी पड़ेगी, जिससे ये पता चल जाएगा कि इससे पहले आपका क्या इलाज चला है, किन डॉक्टरों से आप अभी तक सलाह ले चुके हैं और कौन-कौन सी दवाएं आपके स्वास्थ्य सुधार के लिए पहले चलाई गई थीं।
हेल्थ आईडी बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज
हेल्थ आईडी बनाने के लिए आपको किसी लंबी प्रक्रिया से नहीं जूझना पड़ेगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को भारत का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है। कार्ड बनाते समय आपसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर मांगा जा सकता है। हेल्थ आईडी से आपके हेल्थ रिकॉर्ड्स(Health Records) जुड़ेंगे या नहीं, ये वही व्यक्ति तय करेगा जिसकी आईडी बननी है। आईडी बनाने की प्रक्रिया हर वर्ग के लिए समान रहेगी। नवजात बच्चे की आईडी बनाने के लिए भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है और इसके लिए रजिस्ट्रार ऑफिस से बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ेगी।
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कहां और कैसे बनेगा हेल्थ कार्ड?
पब्लिक हॉस्पिटल (Public Hospital), कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या फिर वो हेल्थकेयर प्रोवाइडर जो नेशनल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर रजिस्ट्री से जुड़ा हो, किसी व्यक्ति की हेल्थ आईडी बना सकता है। इसके अलावा नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की आधिकारिक वेबसाइट https://healthid.ndhm.gov.in/register पर खुद के रिकॉर्ड्स रजिस्टर करवाकर भी आप अपनी हेल्थ आईडी बना सकते हैं। हेल्थ आईडी के रजिस्ट्रेशन से जुड़ी किसी परेशानी के लिए [email protected] पर विजिट कर सकते हैं या टोल फ्री नंबर 1800-11-4477 पर बात कर सकते हैं।
खुद हेल्थ आईडी कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
-सबसे आपको नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
-अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
-होम पेज पर आपको क्रिएट हेल्थ आईडी के लिंक पर क्लिक करना होगा।
-अब आपके सामने एक और नया पेज खुलकर आएगा जिस पर आप क्रिएट हेल्थ आईडी नाउ के लिंक पर क्लिक करना होगा।
-अब अगर आप आधार कार्ड के जरिए हेल्थ आईडी जनरेट करना चाहते हैं तो आपको जनरेट वाया आधार कार्ड से लिंक पर क्लिक करना होगा और अगर आप मोबाइल नंबर के जरिए हेल्थ आईडी जनरेट करना चाहते हैं तो आपको जनरेट वाया मोबाइल के लिंक पर क्लिक करना होगा।
-अगर आपने आधार कार्ड सिलेक्ट किया है तो आपको अपना आधार नंबर भरना होगा और अगर आपने अपने मोबाइल नंबर सेलेक्ट किया है तो आपको अपना मोबाइल नंबर भरना होगा।
-अब आपके फोन पर ओटीपी आएगा। आपको यह ओटीपी, ओटीपी बॉक्स में भरना होगा।
-इसके बाद आपके सामने फॉर्म खुलकर आएगा जिसमें पूछी गई जानकारी आपको ध्यान से भरनी होगी।
-अब आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
-सबमिट के बटन पर क्लिक करने के बाद आपकी हेल्थ आईडी जनरेट हो जाएगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य
हेल्थ कार्ड का मुख्य उद्देश्य देश के सभी नागरिकों का मेडिकल डाटा डिजिटल स्टोर करना है। इस योजना के माध्यम से अब लोगों को अपना इलाज करवाने के लिए कोई रिपोर्ट अपने साथ ले जाने की जरूरत नहीं है। अब महज डिजिटल आईडी से डॉक्टर पेशेंट का मेडिकल डाटा एक्सेस कर पाएंगे। इस योजना से समय की भी बचत होगी और आपका मेडिकरल डाटा खोने का डर भी नहीं रहेगा। हेल्थ आईडी कार्ड मिशन को सबसे पहले 6 केंद्र शासित राज्यों (अंदमान निकोबार, चंडीगढ़, लदाख, लक्षदीप, पुडुचेरी, दादरा नगर हवेली, दमन दीव) में शुरू किया जा रहा है। इन जगहों पर अस्पतालों, क्लिनिक, डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।