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भारत में अभी भी चल रहे Banned Chinese Apps, कैसे होंगे बंद, यहां जानें
Last Updated on June 30, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद (India-China border dispute) के बाद 20 भारतीय जवानों के मारे जाने के बाद भारतीयों में चीन के प्रति ख़ासा रोष है और ऐसे में, लोग चीनी सामान और चीनी एप के बैन (Ban) की लगातार मांग उठा रहे थे, इसे देखते हुए भारत सरकार ने टिकटॉक (Tiktoq) यूसी ब्राउज़र समेत कई चीनी एपको बैन (Ban) कर दिया है। लेकिन, बैन होने के बाद भी यह ऐप लोगों के मोबाइल (Mobile) में पहले की ही तरह काम कर रही हैं। ऐसे में अब ये सवाल उठता है कि आखिर ये चीनी ऐप बैन हुई हैं तो बंद कैसे होंगी।
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जानकारी के मुताबिक़, इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (Internet service providers) इन ऐप्स को बैन करने के निर्देश देंगे। माना जा रहा है कि जल्द ही यूजर्स को कुछ ऐसा मैसेज भेजा जाए जिसमें यह लिखा हो कि सरकारी आदेशों के बाद इन ऐप्स का ऐक्सेस रोक दिया गया है।’ हालांकि, यह केवल उन ऐप पर लागू होगा जिनमें इंटरनेट (Internet) की आवश्यकता होती है। वहीं, बिना इंटरनेट के चलने वाले एप यूं ही चलते रह सकते हैं और प्ले स्टोर (Play store) से उनका एक्सेस हटा दिया जा सकता है। बता दें, चीनी एप को बंद करने का फैसला सरकार ने इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी ऐक्ट (Information technology act), 2000 के सेक्शन 69A जिसमें किसी भी कंप्यूटर संसाधन से किसी भी जानकारी के सार्वजनिक उपयोग पर रोक लगाने का अधिकार है ) के तहत की है।
गौर हो, हाल ही में सूचना व प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) ने एक बयान में कहा था कि उन्हें सूत्रों और रिपोर्ट्स से मोबाइल ऐप्स के जरिए यूजर्स के डेटा की चोरी और भारत से बाहर स्थित सर्वर्स पर बिना अनुमति डेटा ट्रांसफर की जानकारी मिली थी। ऐसे में यह भारत की संप्रभुता और अखंडता पर प्रहार है, इसलिए तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है।’ अब सरकार ने ऐप (Apps) को बैन करने का जो फैसला भारतीय यूजर्स के डेटा की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए लिया है। सरकार की तरफ से जारी बयान में इसे देश की सुरक्षा और एकता को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम बताया गया है। बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद शुरू होने के बाद से ही चाइनीज ऐप्स बैन करने और चीनी प्रॉडक्ट्स (Chinese products) के बायकॉट की मांग उठ रही थी।