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आजकल लोग अपनी सेहत को लेकर कुछ ज्यादा ही कान्शियस( Conscious)हो गए हैं। एक जमाने में लोग शुद्ध घी ( Ghee) खाते थे, लेकिन आज उससे दूर भागते हैं। उन्हें लगता है कि वे घी खाएंगे तो मोटे हो जाएं है। घी लगी रोटी खाने तक से लोग परहेज करते हैं जबकि रिफाइंड( Refind oil) में बने परांठे आराम से खा जाते हैं। शायद वे य़ह नहीं जानते कि रिफाइंड में पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स ( Polyunsaturated fatty acids) होते है, जो सेहत के लिए खतरनाक होते हैं जबकि इसकी जगह आप शुद्ध घी का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। साथ ही रोटी में देशी घी लगा कर खाना सेहत के लिए सही है। लेकिन घी सीमित मात्रा में ही लगा हो। घी जब रोटी के साथ मिलता है तो इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम हो जाता है जिससे ये शुगर पेशंट्स के लिए भी फायदेमंद हैं और जो वेट कम करना चाहते हैं उनके लिए भी। जानते हैं कि रोटी और घी के साथ मिलने से क्या-क्या फायदे होते हैं।
घी का स्मोकिंग प्वाइंट कम होता है और यही कारण है कि ये दूसरे ऑयल्स की अपेक्षा ज्यादा धुआं देता है। ये पकाते समय आसानी से जलता नहीं और यही कारण है कि ये पचने में बेहद अच्छा है। यही कारण है कि जब आप रोटी और घी साथ खाते हैं तो आपका पाचन शक्त भी बेहरत होता है।
दिल के लिए फायदेमंद भी बहुत फायदेमंद होता है रोटी में घी लगा कर खाना। ये हार्ट में होने वाली ब्लॉकेज को रोकता है। रोटी-घी एक ल्यूब्रिकेंट्स की तरह हार्टऔर ब्लड वेसल्स के काम को सुचारू रखते हैं। इससे दिल से जुड़ी बीमारी नहीं होती।
सीएलए इंसुलिन की मात्रा को कम रखता है। इतना ही नहीं जब ये रोटी के साथ मिलता है तो इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जाता है जिससे ये ब्लड में तुरंत तब्दील नहीं होने पाता जिससे शुगर नहीं बढ़ता और पेट भी देर तक भरा महसूस होता है। ये दोनों ही चीजें शुगर पेशंट्स के लिए जरूरी होती हैं।
अगर आप वेट लॉस प्रोग्राम से जुड़े हैं तो आपके लिए रोटी में घी लगा कर खाना बेहद जरूरी है क्योंकि शुद्ध घी में सीएलए होता है और ये मेटाबॉलिज्म( Metabolism) को एक्टिव रखता है। इससे अपका वेट तेजी से कम होता है।
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घी और रोटी खाने से ब्लड सेल में जमा कैल्शियम को हटाने में मदद होती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। यह इम्यून सिस्टम( Immune system)को मज़बूत बनाने में मदद करता है।
घी से ब्लड और आंतों में मौज़ूद कोलेस्ट्रॉल कम होता है क्योंकि इससे बाइलरी लिपिड का स्राव बढ़ता है, जो शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कोघटाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।
आप रोज घी खाएं लेकिन मात्रा भी जान लें। घी खाना तो अच्छा है लेकिन अगर ये बहुत खा लिया जाए तो फायदे की जगह नुकसान कर सकता है। इसलिए याद रखें कि रोजाना केवल एक टी स्पून घी से ज्यादा न खाएं।
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