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Fatty Liver Disease से बच कर रहें मोटे लोग, जानिए इसके पीछे की वजह और बचाव
इस समय कोरोना संकट पूरी दुनिया में लोगों की जान ले रहा है। ये वायरस ऐसे लोगों पर जल्दी अटैक करता है जिनको कोई बीमारी पहले से होती है। ऐसे समय में हमें शरीर से जुड़ी कई तरह की बीमारियों के बारे में जानने की जरूरत है। हम आज बात करने जा रहे हैं फैटी लिवर डिजीज (Fatty liver disease) के बारे में। फैटी लिवर एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें लिवर में फैट यानी चर्बी का जमाव हो जाता है। इसका कारण शराब का सेवन, अनावश्यक दवाइयों का सेवन, कुछ तरह के वायरस इनफेक्शन जैसे हेपेटाइटिस सी हो सकते हैं लेकिन आज के दौर में इसका प्रमुख कारण हमारी अनियंत्रित लाइफस्टाइल (Uncontrolled Lifestyle) और इससे जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। लिवर में फैट जमा होने की संभावना उन लोगों में ज्यादा होती है जिन्हें मोटापा, डायबिटीज या उनके ब्लड में कोलेस्ट्रॉल यानी फैट की मात्रा ज्यादा हो। ऐसे लोगों में लिवर में फैट जमने की संभावना लगभग 60% होती है। इस तरह के व्यक्तियों में लिवर में फैट जमा होने को हम नॉन अल्कोहोलिक फैटी लीवर डिजीज कहते हैं। इसके विपरीत शराब से होने वाले फैटी लिवर को हम एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज कहते हैं। आइए जानते हैं कि किन चीजों को खाने से ये समस्या दूर होती है।
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भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा
हमारे शरीर में दूसरा सबसे बड़ा माने जाने वाला अंग लिवर ही है। लीवर हमारे शरीर में भोजन पाचन (Food digestion) करने से लेकर पित्त बनाने का काम करता है। यदि लिवर में किसी भी तरह की कोई समस्या आती है तो यह सारे कार्य स्थगित हो जाते है। शोधकर्ताओं के अनुसार यह बताया गया है कि जिन लोगों में फैटी लिवर की समस्या पाई जाती है उन्हें भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा हो सकता है। इसलिए एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक है कि इन बीमारियों से जल्दी ही निजात पाया जाए। फैटी लीवर आपके सिरोसिस को भी बढ़ा सकता है। अगर सही समय पर बीमारी का पता नहीं लग पाता है तो फैटी लीवर की वजह से आपका लीवर सिकुड़ने लगता है और हार्ड भी हो जाता है जिससे आपको सिरोसिस की बीमारी का शिकार हो सकते हैं। जिनको डायबिटीज और हाई कॉलेस्ट्रॉल की समस्या है, या उनका वजन बहुत ज्यादा है उन लोगों में फैटी लीवर की बीमारी ज्यादा होती है।
फैटी लिवर के कारण –
- शरीर में विटामिन बी की कमी होना।
- अधिक मात्रा में एल्कोहल का सेवन करना।
- अधिक कॉलेस्ट्रॉल वाला आहार लेना।
- आपकी लाइफस्टाइल की वो आदतें जो आपके हेल्थ और गलत खानपान से जुड़ी हैं, जैसे फास्ट-फूड व तले हुए खाने का सेवन करना।
- दूषित मांस खाना, गंदा पानी पीना, मिर्च मसालेदार और चटपटे खाने का अधिक सेवन करना।
- पीने वाले पानी में क्लोरीन की मात्रा का अधिक होना।
- एंटीबायोटिक दवाईयों का अधिक मात्रा में सेवन करना।
- मलेरिया, टायफायड से पीडि़त होना।
- सौंदर्य वाले कास्मेटिक्स का अधिक इस्तेमाल करना।
- हेपेटाइटिस ए, बी या सी इंफेक्शन।
कैसे करें बचाव –
हल्दी – हल्दी को सबसे असरदार मसालों में से एक माना जाता है, यह लिवर को क्षतिग्रस्त होने से पूरी तरह से रोक देता है और उसे स्वस्थ बनाए रखता है।
लहसुन – लहसुन बॉडी की फैट कम करने और फैटी लिवर रोग से गुजर रहे मरीजों के लिए एक वरदान है। इसे खाना चाहिए।
अखरोट – आप जानते ही होंगे ओमेगा -3 फैटी एसिड अखरोट में होता है और यह लिवर को स्वस्थ्य बनाए रखने में बहुत मदद करते हैं। इसी के साथ स्टडी से पता चला है कि अखरोट खाने वाले लोगों में गैर-मादक फैटी लिवर रोग की संभावना बहुत कम होती है।
शराब – फैटी लीवर की समस्या है तो बिल्कुल न पिएं शराब। जिन लोगों को फैटी लीवर की समस्या है। उन लोगों को शराब बिल्कुल भी नहीं पीना चाहिए। शराब पीने से लीवर खराब हो जाता है। शराब से लीवर पर फैट भी बढ़ता है।
ग्रीन टी – ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिन्हें कैचिन कहा जाता है। यह एक तरह के यौगिक होते हैं, जो लिवर फंक्शन को सही तरीके से चलाने और लिवर फैट से छुटकारा दिलाने में भरपूर मदद करते है।