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हर 5वां अमीर भारतीय चाहता है विदेश में बसना, सर्वे में हुआ खुलासा
Super Rich Indians: भारत के अमीर लोग विदेश योजना बना रहे हैं। इसलिए हमारे देश के अमीर लोग (Super Rich Indians) विदेशों में घर भी खरीद रहे हैं और वहां पर निवेश भी कर रहे हैं। मोटे तौर पर देखा जाए तो हमारे देश का हर पांचवां अमीर भारत में बिजनेस तो करना चाहता है, लेकिन खुद विदेश में जाकर बसना चाहता है। कोटक प्राइवेट की तरफ से किए गए एक सर्वे में यह सच सामने आया है। इस सर्वे में देश के 150 सुपर रिच से तमाम तरह के सवाल पूछे गए। इन्हीं में से एक सवाल भारत या विदेश में रहने को लेकर पूछा गया, जिसके जवाब में 22 फीसदी सुपर रिच ने कहा कि वे भारत के बाहर रहना पसंद करेंगे।
12 शहरों में रहने वाले 150 अमीरों का इंटरव्यू किया
इनमें सबसे ज्यादा संख्या 36-40 साल और 61 साल से ज्यादा उम्र के अमीरों की है। साथ ही, प्रोफेशनल कैटेगरी के लोग, बिजनेसमैन और पैतृक संपत्ति पाने वालों की तुलना में विदेश बसने को लेकर ज्यादा इच्छुक हैं। कोटक महिंद्रा बैंक के प्राइवेट बैंकिंग डिविजन ने भारत के 12 शहरों में रहने वाले 150 अमीरों का इंटरव्यू किया। अप्रैल 2024 से लेकर 30 सितंबर 2024 के बीच ये सर्वे किए गए हैं। इस में 25 करोड़ से अधिक नेटवर्थ वाले लोगों को शामिल किया गया। हालांकि, विदेश में बसने की इच्छा रखने वाले लोगों के सर्वे के लिए 300 करोड़ से ज्यादा नेटवर्थ वाले अमीरों का इंटरव्यू हुआ। सर्वे में सामने आया कि अमीर भारतीय विदेश में स्थायी तौर पर बसने के लिए या फिर अपने प्रवास की प्लानिंग के कारण विदेशों में आवासीय संपत्तियां यानी रेजिडेंशियल प्रोपर्टीज खरीद रहे हैं। इंटरव्यू में शामिल एक तिहाई व्यक्तियों ने विदेश में बसने और व्यापार करने के उद्देश्य से संपत्तियां खरीद रखी हैं।
अरबपति अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला रहे
कोटक प्राइवेट बैंकिंग के सीईओ ओइशर्या दास का कहना है कि भारत के अरबपति अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला रहे हैं। वे घरेलू और वैश्विक दोनों तरह की संपत्तियों में इनवेस्ट कर रहे हैं। इससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही बाजारों में वैकल्पिक संपत्तियों के प्रति लोगों का झुकाव दिखा रहा है।
हेल्थ सेक्टर के लिए खर्च
अमीर भारतीयों का हेल्थ सेक्टर के लिए खर्च लगातार बढ़ा है। इन लोगों के लिए शिक्षा भी प्रमुख प्राथमिकता रही है। इंडियन स्टूडेंट्स हायर एजुकेशन के लिए आज भी विदेशों में विकल्प की तलाश में रहते हैं।अमीर व्यक्ति इसी वजह से अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए बाहर रहना ही बेहतर समझते हैं। रईस भारतीय बदलते वैश्विक परिवेश और अच्छे एक्सपोजर के लिए भी विदेश में सेटल होना ही अच्छा मानता है।
पंकज शर्मा