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लोकिन्दर बेक्टा/ शिमला। कोटखाई के महासू-हलाईला के दांदी जंगल में हुए गुड़िया मर्डर मामले में पुलिस ने पांच और युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संख्या 6 हो गई है। एक युवक आशीष चौहान उर्फ आशु (29) महासू गांव शराल को पुलिस ने पिछले कल की गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले के लिए गठित एसआईटी ने मामला सुलझाते हुए छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। डीजीपी सोमेश गोयल ने इस मामले के सुलझाने का दावा करते हुए छह लोगों की गिरफ्तारी का प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया। गिरफ्तार किए गए लोगों की उम्र 19 से 42 वर्ष है।
डीजीपी ने बताया कि पकड़े गए युवकों में आशीष चौहान उर्फ आशु (29), महासू के शराल गांव का रहने वाला है। जबकि पकड़े गए अन्य लोगों में पिकअप चालक राजेंद्र सिंह उर्फ राजू (32), हलाइला, सुभाष सिंह बिष्ट (42) उत्तराखंड, सूरत सिंह (29) नेपाल, लोकजन उर्फ छोटू (19) नेपाल और दीपक उर्फ दीपू (38) पौड़ी, घड़वाल के रहने वाले हैं और ये सब हलाइला में ही रहते हैं। सभी आरोपी स्थानीय हैं और वहीं से पकड़े गए। राजू मंडी के जंजैहली का रहने वाला है और वह हलाइला में ही रहता है। सोमेश गोयल ने कहा कि यह ब्लाइंड मर्डर केस था और इसे सुलझाने पर उन्होंने आईजी और उनकी टीम को बधाई दी।
आईजी जहूर जैदी ने कहा कि 55 घंटे में 84 लोगों से पूछताछ की और 28 काल डिटेल निकाली और फिर जांच की। जांच तकनीकी रूप से की गई और इस ब्लाइंड मिस्ट्री को क्रैक किया। उन्होंने कहा कि यह हैवानियत का मंजर था और इसे सुलझाया है। एसआईटी में एएसपी भजन देव नेगी के अलावा डीएसपी मनोज जोशी, रतन नेगी, एसएचओ बाबू राम ढली, धर्म सिंह छोटा शिमला, राजेंद्र ठियोग एएसआई रजनीश समेत कई अधिकारी शामिल थे।
गौर हो कि इस मामले में कोटखाई थाने में धारा 302 और 376 के साथ-साथ पोक्सो एक्ट की धारा-4 में दर्ज है। 4 जुलाई को नालाबिग छात्रा घर से गायब हो गई थी और 6 जुलाई की सुबह इसका शव अर्धनग्न अवस्था में जंगल में मिला था। इस घटना के बाद से लोगों में भारी रोष व्याप्त है और वे दोषियों की गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया और अब इसने इस मामले को सुलझा दिया है।
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