-
Advertisement
Congress के एकता सम्मेलन में Rathore गरजे, मुकेश को अचानक छोड़ना पड़ा सम्मेलन
Last Updated on January 30, 2020 by Vishal Rana
नाहन। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर नाहन में आयोजित एकता सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने केंद्र और प्रदेश सरकारों को आड़े हाथ लिया। सम्मेलन में मुकेश अग्निहोत्री भी पहुंचे थे, लेकिन उन्हें अचानक दिल्ली जाना पड़ा। कुलदीप सिंह राठौर (Kuldeep Singh Rathore) ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मुख से निकले अंतिम शब्द हे राम के नाम पर बीजेपी भले ही अपनी राजनीति चमकाती आ रही है, लेकिन मोदी सरकार महात्मा गांधी नहीं नाथूराम गोडसे की विचारधारा को मानती है। ये गांधी के सपनों का भारत नहीं, बल्कि नाथूराम के सपनों का भारत है। आज भाई-भाई को लड़ाने का काम केंद्र की बीजेपी सरकार (BJP government) कर रही है। कांग्रेस देश और प्रदेश की राजनीति को और दूषित नहीं होने देगी।
यह भी पढ़ें: बीच बैठक से चले गए कार्यकारी अधिकारी, उपाध्यक्ष व पार्षदों ने जताई नाराजगी
राठौर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल (Rajeev bindal) पर हमला करते हुए कहा कि वह पूर्व में रहे एकमात्र विधानसभा अध्यक्ष थे, जिनको पच्छाद उपचुनाव में बीजेपी का गुपचुप प्रचार करने पर चुनाव आयोग का नोटिस मिला। कहा जाता है कि बिंदल इतने अच्छे मैनेजर हैं।
मैनेजर का काम फैक्ट्री में जीएम या एजीएम जैसे पदों के लिए है ये राजनीति है। राजनीति सिर्फ लोक सेवा के भाव से ही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कमजोर नहीं है। कांग्रेस का निशाना अर्जुन और मछली की आंख की तरह साफ है। 2022 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस ही जीतेगी। अब भाई को भाई से लड़ाने का काम नहीं चलेगा।
महात्मा गाँधी अमर रहे ।। #MahatmaGandhi pic.twitter.com/0LZu0xctwE
— Kuldeep Singh Rathore (@KSRathoreINC) January 30, 2020
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का यदि धर्मनिरपेक्ष और अहिंसा पर विश्वास है तो वह केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को विरोधी नारे लगाने पर पद से हटाएं। आज देश के हालात ठीक नहीं है। जीडीपी गिर रही है, देश आर्थिक मंदी झेल रहा है। राठौर ने कहा कि देश में नागरिकता संशोधन कानून लाने की क्या जरूरत थी। ये इसलिए कि देश को तोड़ने की साजिश हो रही है। धर्म निरपेक्ष और संप्रदाय के नाम देश को बांटा जा रहा है। ये सब ज्यादा नहीं चलने वाला है। इस दौरान उन्होंने जयराम सरकार को भी आड़े हाथों लिया। इससे पूर्व जिले भर से आए कांग्रेसी नेताओं ने भी महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अपने विचार रखे।