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Kuldeep Rathore बोले: सेब सीजन को लेकर गंभीर नहीं प्रदेश सरकार
Last Updated on July 19, 2020 by
शिमला। प्रदेश सरकार सेब सीजन को लेकर गंभीर नहीं है। बागवानों को इस समय कोई भी सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है। जिसके चलते बागवानों को एक तरफ अपने सेब को मंडियों तक पहुंचाने और दूसरी तरफ कोरोना की चिंता सता रही है। रोजाना मंडियों में कोरोना का डर बना हुआ है। कोविड-19 महामारी में सेब सीजन को लेकर सरकार की तैयारियां नाकाफी हैं। यह आरोप रविवार को जिला शिमला के नारकड़ा (Narkanda ) पहुंचे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर (Kuldeep Rathore) ने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश सरकार पर लगाए। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष यहां पर सेब सीजन (Apple Season) की तैयारियों का जायजा लेने आए थे।
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उन्होंने कहा कि सेब से पहले बागवान कोरोना (Corona) महामारी से बचने के लिए तैयार रहें। उन्होंने आरोप लगाए है कि नारकड़ा मंडी में बाहरी राज्यों से आने वाले कारोबारियों, मजदूरों व ट्रक चालकों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। सेब सीजन की तैयारियों पर राठौर ने कहा कि कांग्रेस दो माह से सेब सीजन के लिए मजदूरों की कमी को लेकर सरकार से उचित कदम उठाने की मांग कर रही है, लेकिन सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते अब बागवानों को अपने सेब मंडियों में पहुंचाने में दिक्कत आ सकती है। उन्होंने केंद्र सरकार से मामला उठाकर नेपाली श्रमिकों को लाने व उन्हें परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग सरकार से की। राठौर ने बागवानों का एमआईएस का बकाया तुरंत देने और स्कैब रोग को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की भी मांग की।
प्रदेश में पर्यटन खोलने का विरोध नहीं, पर सरकार की तैयारी नाकाफी
राठौर ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में पर्यटन को खोलने के विरोध में नहीं है, लेकिन सरकार की तैयारी नाकाफी है। बाहरी राज्यों से लोगों के आने से प्रदेश के लोग नाराज हैं। पर्यटन व्यवसायी भी खुश नहीं हैं। उन्होंने सरकार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग की। राठौर ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नहीं है जिसके चलते ही प्रदेश में लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस मौके पर काग्रेस नेता अतिल शर्मा ने कहा कि ठियोग-कुमारसैन में सभी विकास कार्यों पर ग्रहण लगा है। जो कार्य कांग्रेस सरकार ने किए थे उन पर कोई अमल नही हो रहा।