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पत्नी चुपचाप उठी, और उसने कॉरपोरेशन में कॉल किया
अब की बार मकर सक्रांति…
पर औरतों को यह नहीं सोचना होगा कि 14 क्या चीजें दें…
14 मास्क दे सकते हैं,
14 सैनिटाइजर दे सकते हैं,
14 साबुन दे सकते हैं,
और ज्यादा बाजार में घूमें तो खुद को
14 दिन का रेस्ट दे सकते हैं…
पत्नी चुपचाप उठी, और उसने कॉरपोरेशन में कॉल किया और एम्बुलेंस को बुला ली…
और कहा..
“इन्हें टेस्ट नहीं आ रहा है..”
एम्बुलेंस पति को ले गई और उसे क्वॉरंटाइन कर दिया
अस्पताल में पत्नी ने पति को फोन किया और पूछा: अब आया स्वाद??
यहां तक की कहानी सबने सुनी होगी। लेकिन अब देखिए कहानी में नया मोड़….
उधर पति को पूछा गया कि
“आपके संपर्क में कौन-कौन आया था ?
“
पति ने बड़ी ही शांति से कहा..
– मेरी पत्नी
– मेरा ससुर
– मेरी सास
– मेरा साला
– मेरी साली
बस अब ये सब भी अस्पताल के बिस्तर पर बैठे-बैठे पति को घूर रहे हैं!
Moral of the story is
किसी बेजुबान को ज्यादा सताना भी ठीक नहीं है !!!!
गगन कोर्ट में जज से- आज तक मेरी इतनी बेज्जती नहीं हुई है…
मेरी पड़ोसन ने ने मुझे नहाते हुए देख लिया.
जज- तो तुम क्या चाहते हो ?
गगन – बदला चाहता हूं बदला …जज साब और क्या…
ख़ुशी का ठिकाना ना रहा :इस मुहावरे का क्या मतलब है ?
पप्पू : ख़ुशी घर वालों से छिपकर रोजाना अपने बॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी।
एक दिन उसके पापा ने बॉयफ्रेंड के साथ देख लिया
और ख़ुशी को घर से निकाल दिया।
अब बेचारी ख़ुशी का ठिकाना ना रहा….
दे तड़ातड़ …दे …. तड़ातड़
Pintu : नया साल शुरू हो गया है…
कोई गलती,
गुस्ताखी, या खता हो गई हो तो
टेंशन मत लेना,
माफी मांग लो मैं आज अच्छे मूड में हूं।
गांव की नई नवेली दुल्हन अपने पति से अंग्रेजी भाषा सीख रही थी…
लेकिन अभी तक वो ‘C’ अक्षर पर ही अटकी हुई है…
क्योंकि, उसकी समझ में नहीं आ रहा कि ‘C’ को कभी ‘च’ तो कभी ‘क’ तो कभी ‘स’ क्यूं बोला जाता है?
एक दिन वो अपने पति से बोली, आपको पता है,
चलचत्ता के चुली भी च्रिचेट खेलते हैं…
पति ने यह सुनकर उसे प्यार से समझाया
, यहां ‘C’ को
“च” नहीं “क” बोलेंगे।
इसे ऐसे कहेंगे, “कलकत्ता के कुली भी क्रिकेट खेलते हैं।
“पत्नी पुनः बोली “वह कुन्नीलाल कोपड़ा तो केयरमैन है न?
“पति उसे फिर से समझाते हुए बोला, “यहां “C” को “क” नहीं “च” बोलेंगे।
जैसे, चुन्नीलाल चोपड़ा तो चेयरमैन है न…
थोड़ी देर मौन रहने के बाद पत्नी फिर बोली,”आपका चोट, चैप दोनों चॉटन का है न ?
“पति अब थोड़ा झुंझलाते हुए तेज आवाज में बोला, अरे तुम समझती क्यूं नहीं, यहां ‘C’ को “च” नहीं “क” बोलेंगे…ऐसे, आपका कोट, कैप दोनों कॉटन का है न. ..
पत्नी फिर बोली – अच्छा बताओ, “कंडीगढ़ में कंबल किनारे कर्क है?
“अब पति को गुस्सा आ गया और वो बोला, “बेवकुफ, यहां “C” को “क” नहीं “च” बोलेंगे।
जैसे – चंडीगढ़ में चंबल किनारे चर्च है न
पत्नी सहमते हुए
धीमे स्वर में बोली,”
और वो चरंट लगने से चंडक्टर और च्लर्क मर गए क्या?
पति अपना बाल नोचते हुए बोला,” अरी मूरख, यहां ‘C’ को “च” नहीं “क” कहेंगे…
करंट लगने से कंडक्टर और क्लर्क मर गए क्या?
इस पर पत्नी
धीमे से बोली,” अजी आप गुस्सा क्यों हो रहे हो… इधर टीवी पर देखो-देखो…
“केंटीमिटर का केल और किमेंट कितना मजबूत है…
“पति अपना पेशेंस खोते हुए जोर से बोला, “अब तुम आगे कुछ और बोलना बंद करो वरना मैं पगला जाऊंगा।”
ये अभी जो तुम बोली यहां ‘C’ को “क” नहीं “स” कहेंगे –
सेंटीमीटर, सेल और सीमेंट
हां जी पत्नी बड़बड़ाते बोली,
“इस “C” से मेरा भी सिर दर्द करने लगा है।
और अब मैं जाकर चेक खाऊंगी,
उसके बाद चोक पियूंगी फिर
चॉफी के साथ चैप्सूल खाकर सोऊंगी
तब जाकर चैन आएगा।
उधर जाते-जाते पति भी बड़बड़ाता हुआ बाहर निकला..तुम केक खाओ, पर मेरा सिर न खाओ..
तुम कोक पियो या कॉफी, पर मेरा खून न पिओ..
तुम कैप्सूल निगलो, पर मेरा चैन न निगलो..
सिर के बाल पकड़ पति ने निर्णय कर लिया कि अंग्रेजी में बहुत कमियां हैं ये निहायत मूर्खों की भाषा है और
ये सिर्फ हिन्दुस्तानियों को मूर्ख बनाने के लिए बनाई है। हमारी मातृभाषा हिन्दी ही सबसे अच्छी है….
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