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शिमला। सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल पत्र मामले में आरोपी और पूर्व मंत्री रविंद्र रवि (Former Minister Ravindra Ravi) के मोबाइल की फोरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) आने के बाद बीजेपी (BJP) में हलचल तेज हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने इस मामले को जयराम सरकार के खिलाफ बड़ा षड्यंत्र करार दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह प्रकरण सरकार के लिए नहीं बल्कि पार्टी के लिए भी अत्याधिक घातक और कमजोर करने का एक प्रयास था। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) से मांग की है कि मामले की गहराई से जांच करवाई जाए, ताकि तह तक पहुंचा जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) की बढ़ती लोकप्रियता से विरोधियों की बौखलाहट भरा यह एक गहरा षड्यंत्र था। लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट (Forensic Report) आने के बाद साजिशकर्ताओं के असली चेहरे बेनकाब हुए हैं। उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम शांता कुमार, उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर व उनके विरूद्ध झूठी अफवाह व व्यक्तिगत रूप से ख्याति को नुकसान पहुंचाने वाली अपराधिक षड्यंत्र से जुड़ी सामग्री को जिस प्रकार से सोशल मीडिया में वायरल करने का प्रयास किया था, वो प्रदेश कि स्थिर व मजबूत जय राम सरकार के विरूद्ध एक बहुत बड़ा षड्यंत्र था।
उन्होंने पूर्व मंत्री रविंद्र रवि के उस बयान पर कि मेरे पढ़ने से पूर्व यह बयान वायरल हो चुका था को लेकर कहा कि ये एफआईआर पूर्व मंत्री के खिलाफ नहीं थी, बल्कि उस व्यक्ति के खिलाफ थी, जिसने ये मैसेज वायरल किया था। परन्तु अगर कोई अपने आपको बेकसुर मानता है तो उन्हें ये पत्र लेकर संगठन व सरकार को उसी समय स्पष्ट रूप से बताना चाहिए था, जिससे साजिशकर्ता को बेनकाब किया जा सकता।
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