- Advertisement -
नई दिल्ली। बीजेपी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार (Senior BJP leader Shanta Kumar) ने हिमाचल प्रदेश में रज्जू-मार्गों (Rope Way in Himachal Pradesh) के निर्माण के लिए वर्तमान पर्यटन नीति में क्रांतिकारी परिवर्तन और स्विटजरलैंड सरकार (Government of Switzerland) से इस संबंध में वार्ता का निर्णय ले कर अत्यंत ही सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा है कि इस निर्णय से प्रदेश में विकास के साथ-साथ उनके रज्जू-मार्गों के निर्माण द्वारा राज्य के पर्यटन को विकसित करने के अधूरे सपने को पूरा करने की दिशा में भी जयराम सरकार (Jai Ram Government) द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
शांता कुमार ने कहा कि वर्ष 1977 में जब वे पहली बार हिमाचल के सीएम बने थे उन्होंने हिमाचल को स्विट्ज़रलैंड की तर्ज़ पर विकसित करने का संकल्प लिया था। इस दिशा में चंबा जिला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजियार में स्विट्ज़रलैंड की दूरी दर्शाता हुआ एक मील-पत्थर भी लगाया गया था, ऐसा ही एक मील-पत्थर मिनी हिमाचल दर्शाता हुआ स्विट्ज़रलैंड में लगाया जाना था जिसके बाद दोनों सरकारों के मध्य पर्यटन विकास की गतिविधियों का आदान-प्रदान होना था लेकिन वह स्वप्न सरकार के भंग होने के कारण अधूरा ही रहा।
बीजेपी नेता ने कहा कि पालमपुर में रज्जू-मार्ग निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी हुई बीजेपी नेता वेद प्रकाश गोयल की मित्रता से यह कार्य आगे बढ़ा, मुंबई के एक उद्योगपति से इस संबंध में बातचीत हुई हुई और बंदला-धौलाधार रज्जू मार्ग का शिलान्यास कर दिया गया, लेकिन वह कार्य भी अधूरा ही रहा। शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की नई पर्यटन नीति (Himachal Pradesh’s new tourism policy) प्रदेश के विकास के लिए एक नया मील पत्थर होगी।
- Advertisement -